चंपावत – चंपावत जिले में दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र में भारी तबाही मचा दी है दो दिन से जहां टनकपुर पिथौरागढ़ ऑल वेदर सड़क कई जगह बंद पड़ी है लोहाघाट में एनएच का 30 मीटर हिस्सा बह गया है…वही लोहाघाट के सीमांत ढोरजा गांव में गौशाला ढहने से एक महिला की मौत हो गई और मटियानी क्षेत्र में बादल फटने से तीन भवन भूस्खलन की जद मे आ गए, जिसमें पांच लोग दब गए।
ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर चार लोगों को सुरक्षित बचा लिया है एक महिला लापता है जिसकी खोजबीन जारी है । वहीं सड़क बंद होने व मौसम खराब होने से एसडीम सहित राहत और रेस्क्यू टीम रास्ते में फंसे हुए हैं। वही अमोड़ी डिग्री कॉलेज का भवन कोइराला नदी की चपेट में आने से खतरे की जद में आ गया है। भीगराड़ा में एडी देवता मंदिर की धर्मशाला भूस्खलन की चपेट में आने से धराशाई हो गई है। लोहाघाट डिग्री कॉलेज नसखोला सड़क में खड़ी जीप मलबे की चपेट में आने से बह गई है। चमदेवल में भूस्खलन की चपेट में आने से भवन खतरे की जद में आ गया है…तो वही लोहाघाट की पुल्ला रोड में कलमठ बंद होने से मकान में पानी घुस गया है इसके अलावा राईकोट में लक्ष्मण सिंह के घर के दरवाजों को तोड़कर मलवा घर में घुस गया। परिजनों ने किसी तरह भाग कर जान बचाई।
वही लोहाघाट की निवर्तमान सभासद मीना ढेक के मकान में देवदार का पेड़ गिरने से दो भवनों को भारी नुकसान पहुंचा है तो वही दिगालीचोड़ के पास बादल फटने से आपदा में लगी जेसीबी मशीन मलवा के साथ सड़क से नीचे बह गई है जिसमें ऑपरेटर और हेल्पर को गंभीर चोटे आई हैं वहीं बाराकोट सब स्टेशन में एक साथ 10 /12 पेड़ गिरने से विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई है संतोला में रमेश चंद्र तिवारी के फोन को भारी खतरा हो गया है। प्रशासन ने उनके परिवार को मंदिर की धर्मशाला में शिफ्ट कर दिया है।
टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच बंद होने से सैकड़ो वाहन व यात्री फंस गए हैं आंतरिक मार्ग बंद पड़े हैं लोगों के खेत खलियान व भवन खतरे की जद में आ गए क्षेत्र की महाकाली, रामगंगा ,सरयू व अन्य नदिया खतरे के निशान से ऊपर बह रही है प्रशासन स्थिति पर नज़रें बनाए हुए हैं। डीएम नवनीत पांडे ने सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। प्रशासनिक मशीनरी को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
लोहाघाट मे एसडीएम रिंकु बिष्ट के नेतृत्व में सभी अधिकारी स्थिति पर नज़रें बनाए हुए हैं सड़कों की नालियां व कलमठ बंद होने से पानी कई जगह गांव में घुस आया है बारिश ने हर जगह तबाही मचाई है बारिश के रौद्र रूप से जनता दहसथ में है प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से जिले के सभी स्कूल वह आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखा है फिलहाल कहीं से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है वहीं लोगों में पीडब्ल्यूडी वह अन्य विभागों के खिलाफ काफी आक्रोश है लोगों ने कहा अगर समय रहते विभागों ने नालियां व कलमठ खोल दिए होते तो इतनी आपदा नहीं आती वही मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं कुल मिलाकर बारिश ने चंपावत जिले में तबाही मचा दी है।