Dehradun
पहाड़ी रास्तों से उड़ी राहत, हेली एम्बुलेंस ने बचाई गर्भवती महिला की जान !
ऋषिकेश: AIIMS से संचालित देश की पहली सरकारी हेली एम्बुलेंस सेवा ने उत्तरकाशी के जोशियाड़ा क्षेत्र से एक गर्भवती महिला को समय पर एम्स ऋषिकेश पहुंचाया और उसकी हाईरिस्क डिलीवरी को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस सेवा के माध्यम से प्रसूता को तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई और चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
यह घटना उत्तरकाशी के धनारी क्षेत्र की निवासी रीतू पयाल (पत्नी चंदन पयाल) के साथ हुई, जिन्हें शल्य चिकित्सा के लिए एम्स भेजा गया था। प्रसूति विभाग की विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. ओम कुमारी और ट्रॉमा एसएनओ अखिलेश उनियाल की टीम की देखरेख में महिला की हाईरिस्क सर्जरी सफलतापूर्वक की गई।
हेली एम्बुलेंस सेवा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी:
29 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस हेली एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत की गई थी, जो अब उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में उपलब्ध है। इस सेवा के तहत गंभीर मरीजों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की सुविधा दी जा रही है, और यह पूरी तरह से निशुल्क है।
डॉ. मधुर उनियाल, एम्स की हेली एम्बुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी ने बताया कि यह सेवा उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के आपदा प्रबंधन कार्यालयों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। इस सेवा का लाभ दुर्घटना या गंभीर बीमारी के मरीजों को प्रशासन के सहयोग से मिल सकता है।
एम्स, ऋषिकेश द्वारा संचालित यह “संजीवनी हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विस” (हेम्स) गंभीर मरीजों के लिए एक जीवन रक्षक सुविधा बन चुकी है। इस सेवा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भगवान धन्वंतरी दिवस पर किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और अन्य प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया था।
गंभीर मरीजों के लिए एक नई उम्मीद:
एम्स ऋषिकेश द्वारा शुरू की गई हेली एम्बुलेंस सेवा अब पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो रही है। पहले जहां इन क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाना मुश्किल था, अब हेली एम्बुलेंस के माध्यम से जीवन रक्षक चिकित्सा सेवाएं जल्दी उपलब्ध हो रही हैं, जिससे गंभीर मरीजों की जान बचाई जा रही है।