रामनगर: रामनगर क्षेत्र में एक और नया टाइगर सफारी जोन खोलने की योजना बन रही है, जिसके लिए वन विभाग प्रयासरत है। इस नए सफारी जोन के खुलने से पर्यटकों के पास बाघों के दीदार के लिए एक और विकल्प उपलब्ध होगा, साथ ही इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित होंगे।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निकट तराई पश्चिम वन प्रभाग में दो साल पहले फाटो और हाथी डगर पर टाइगर सफारी शुरू की गई थी, जिसमें बेहतर प्रतिक्रिया मिली थी। अब इसी प्रभाग में एक और नया टाइगर सफारी जोन शुरू करने की तैयारी है।
यह नया जोन बैल पड़ाव के चांदनी इको टूरिज्म जोन में स्थित होगा, जहां सुबह और शाम 30-30 वाहनों से लोग बाघ और अन्य वन्यजीवों को देखने के लिए जा सकेंगे। यह क्षेत्र जैव विविधता की दृष्टि से समृद्ध है, जहाँ बाघों के अलावा हाथी, तेंदुआ, भालू और अन्य वन्यजीव भी पाए जाते हैं।
30 किलोमीटर में फैलेगा क्षेत्र
तराई पश्चिम वन प्रभाग के डीएफओ प्रकाश आर्य के अनुसार, प्रस्तावित नया टाइगर सफारी जोन लगभग 30 किलोमीटर के क्षेत्र में होगा। यहाँ पर लोग ढाई से तीन घंटे में सफारी करके वापस आ सकेंगे। टाइगर सफारी के लिए कुल शुल्क और परमिट के लिए करीब 1650 रुपये की राशि देनी होगी।
नए टाइगर सफारी जोन को शुरू करने से पहले गेट, बुकिंग काउंटर, पार्किंग और प्रसाधन की सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इन सुविधाओं के विकास के लिए वन मुख्यालय से 80 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है, और अन्य वैकल्पिक माध्यमों पर भी विचार किया जा रहा है।
यदि कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आई, तो अगले महीने नया सफारी जोन शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, अन्य सुविधाओं का विकास क्रमबद्ध तरीके से जारी रहेगा। इस परियोजना से वाहन स्वामियों, चालकों, प्रकृति गाइडों और स्वयं सहायता समूहों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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