हरिद्वार – जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर दिवंगत पायलट बाबा को सन्यास परंपरा के अनुसार कनखल के जगजीतपुर स्थित उनके आश्रम में गुरुवार को भू समाधि दी गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में साधु संतों व पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट समेत तमाम हस्तियों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
पायलट बाबा ने मंगलवार शाम को मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। एयर एंबुलेंस से उनके पार्थिव शरीर को यहां लाया गया था। पायलट बाबा ने संन्यास लेने से पहले भारतीय वायु सेवा में बतौर विंग कमांडर तीन युद्ध लड़े। बताया जाता है कि इसके बाद युद्ध से उनका मन विरक्त हो गया और उन्होंने संन्यास ले लिया। पायलट बाबा के देश ही नहीं बल्कि विदेशों में कई आश्रम है।
सन्यास परंपरा के अनुसार पायलट बाबा ने 3 साल पहले ही कनखल स्थित अपने आश्रम में अपनी भू समाधि खुदवा दी थी। उनकी इच्छा के अनुसार ही जूना अखाड़े की संतों ने उन्हें भू समाधि दिए जाने का फैसला लिया। इस मौके पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी कई संत उपस्थित रहे।