नैनीताल – शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ऐसे विद्यालय को बोर्ड परीक्षा का केंद्र बना दिया गया, जहां का भवन ध्वस्त कर दिया गया है। ऐसे में विद्याार्थियों को टिनशेड में परीक्षा देने को मजबूर होना पड़ रहा है। हाईवे पर गुजरते वाहनों के शोर और उड़ती धूल से परीक्षार्थी परेशान हैं।
यह हाल है बरेली रोड स्थित राजकीय इंटर कॉलेज मोतीनगर का। विद्यालय में 372 बच्चे बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं। आठ स्कूलों के 224 छात्र हाईस्कूल और चार स्कूलों के 148 छात्र इंटर की परीक्षा दे रहे हैं। अगर तेज हवा चली या बारिश हुई तो छात्रों की परीक्षा में व्यवधान पैदा हो सकता है। स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाने से पहले शिक्षा विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। दरअसल हाईवे चौड़ीकरण के चलते 17 फरवरी को स्कूल के छह कक्षों को तोड़ दिया गया था। स्कूल की लगभग 2200 वर्ग मीटर जमीन ली गई है। हाईवे का निर्माण कर रही कंपनी ने यहां टीन शेड बना दिया था। बोर्ड की परीक्षा संपन्न होने के बाद दो कक्ष और तोड़े जाने हैं।
वाहनों के शोर से परीक्षा में व्यवधान
हल्द्वानी हाईवे के पास स्थित टीन शेड में परीक्षा होने से वाहनों के शोर से व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। दूसरी ओर स्कूल की चार दिवारी बनाने का कार्य भी साथ-साथ चल रहा है। हाल में लगातार तेज हवा और बारिश हुई। इस दौरान टीन शेड के गिरने या उखड़ने का खतरा भी था। ऐसे में बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
शिक्षा विभाग को भेजी गई थी सूचना
स्कूल के कक्षों को तोड़ने की सूचना कार्यदायी संस्था ने शिक्षा महकमे को पहले ही दे दी थी। इसके बावजूद यहां बोर्ड परीक्षा का केंद्र बनाया जाना समझ से परे है। यह शिक्षा विभाग की लापरवाही को दर्शाता है।
हाईवे निर्माण के लिए स्कूल के कुछ कक्ष तोड़ दिए हैं। फिलहाल परीक्षा के लिए व्यवस्था कर दी गई है। परीक्षा ठीक से चल रही है। हाईवे निर्माण कर रही कंपनी ने तीन माह में स्कूल के टूटे हुए भवन बनाकर देने का आश्वासन दिया है।