गंगोत्री: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट आज, 2 नवंबर को अन्नकूट पर्व पर दोपहर 12:14 बजे श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए। इसके बाद मां गंगा की डोली जयकारों के साथ मुखवा की ओर रवाना हुई। अब देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे।
गंगोत्री धाम में कपाट खुलने से लेकर बंद होने तक इस यात्रा सत्र में 8.22 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे हैं। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट 3 नवंबर को भैया दूज पर दोपहर 12:05 बजे बंद होंगे। इस दौरान श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन खरसाली में कर सकेंगे।
इस यात्रा काल में, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं का आवागमन बड़ी संख्या में जारी है। रविवार की शाम तक इन दोनों धामों में पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या लगभग 15,20000 तक पहुंच गई है। इनमें से यमुनोत्री धाम में 709,700 से अधिक और गंगोत्री धाम में करीब 8.22 लाख तीर्थयात्री शामिल हैं।
इस बार मई-जून के अलावा 15 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक अच्छी यात्रा देखने को मिली है। 3 नवंबर को गंगा की डोली मुखवा पहुंचेगी, जबकि यमुनोत्री पंडा पुरोहित सभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल के अनुसार, 3 नवंबर को भैया दूज के अवसर पर सुबह सात बजे खरसाली से शनि महाराज की डोली यमुनोत्री के लिए रवाना होगी। इसके बाद दोपहर 12:05 बजे यमुनोत्री के कपाट बंद कर दिए जाएंगे, जिससे श्रद्धालु खरसाली में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे।