Dehradun
दून अस्पताल के इमरजेंसी में दो पुलिस कर्मियों की गयी तैनाती, स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डीजीपी को लिखा था पत्र।
देहरादून – दून अस्पताल में सुरक्षा का मुद्दा बड़ा होता जा रहा है। मंगलवार को स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने डीजीपी को पत्र भेजकर दून अस्पताल में सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के लिए कहा है। उधर इमरजेंसी में चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा दून अस्पताल प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। हालांकि स्वास्थ्य सचिव के पत्र के बाद बुधवार को एसएसपी के निर्देशानुसार दो पुलिस कर्मियों की तैनाती इमरजेंसी में कर दी गई है।
दून अस्पताल की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। रेजीडेंट डाक्टर्स ने स्वास्थ्य सचिव से दून अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने को कहा। इसके बाद सुरक्षा इंतजामों में बढ़ोतरी भी की गई। इस बीच बीते सोमवार रात एक रोगी के साथ 40 से 50 लोग प्लास्टर रूम में घुस आए। इन्हें इमरजेंसी में तैनात सुरक्षाकर्मी बाहर नहीं कर पाए। अस्पताल प्रबंधन के लिए रोगियों की चिकित्सा के साथ-साथ चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा चुनौती बनता जा रहा है। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार दून अस्पताल में दो सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। इनकी ड्यूटी सुबह आठ बजे से रात आठ बजे व रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक रहेगी। इमरजेंसी प्रभारी एनएस बिष्ट ने बताया कि इमरजेंसी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियाें का भी रोस्टर बनवाया जा रहा है।
दून मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पीजी और नाॅन पीजी डॉक्टरों का कार्य बहिष्कार जारी रहा। धरने पर बैठे डॉक्टरों ने कहा कि हड़ताल के बाद यह महसूस किया जा रहा है कि उन्हें संगठित होकर चुनाव के जरिये संगठन बनाना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि प्रक्रिया के आगे बढ़ने पर इसकी घोषणा की जाएगी।
दून अस्पताल में व्हील चेयर और स्ट्रेचर के लिए मरीजों के तीमारदारों को भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा गार्ड को तैनात किया है। पहले लोग चेयर और स्ट्रेचर इधर उधर वार्डों में छोड़ जाते थे, अब एक ही स्थान पर यह उपलब्ध हो सकें, इसके लिए व्यवस्था बनाई गई है। रिसेप्शन के ठीक सामने गार्ड व्हील चेयर और स्ट्रेचर की रखवाली करेंगे।