नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली को अगले पांच सालों में प्रदूषण से मुक्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी के परिवहन नेटवर्क को बेहतर बनाने और प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए 12,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। गडकरी ने बताया कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर यह पहल की जा रही है, ताकि वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।
दिल्ली में नवंबर से ही प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ है और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी बेहद खराब श्रेणी में रहा है। प्रदूषण को कम करने के लिए, BS 3 पेट्रोल और BS 4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध जैसे कदम उठाए गए हैं, और इन वाहनों पर दो बार प्रतिबंध भी लगाया गया था। गडकरी ने इस समस्या से निपटने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों और स्वच्छ ईंधन के उपयोग पर जोर दिया।
गडकरी ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय कई परियोजनाओं पर काम करेगा, जिसमें नए सड़क नेटवर्क का निर्माण, इलेक्ट्रिक बसों का संचालन और सीएनजी वाहनों की संख्या में वृद्धि शामिल है। गडकरी ने यह भी कहा कि महिपालपुर और रंगपुरी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए 3,500 करोड़ रुपये की लागत से 5 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी।
नई सड़क परियोजनाओं के तहत, द्वारका एक्सप्रेसवे और कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली में वाहनों के दबाव को कम करने में मदद करेगा, और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी से भी दिल्ली में ट्रैफिक को कम किया जाएगा। गडकरी का कहना है कि इन उपायों से आने वाले पांच सालों में दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।