Dehradun
उत्तराखंड: जीईपी सेल की स्थापना से पर्यावरण की निगरानी में होगी मजबूती, नीतियों में बदलाव की होगी तैयारी…
देहरादून: पर्यावरण उत्पाद सूचकांक (जीईपी) के मानक तय होने के बाद राज्य में अब पर्यावरण पर होने वाले बदलावों की निगरानी और नीतियों में आवश्यक बदलाव के लिए जीईपी सेल बनाने की तैयारी चल रही है। शासन स्तर पर इस सिलसिले में बैठक भी हो चुकी है। इस सेल का उद्देश्य विकास कार्यों और अन्य कारकों के चलते पर्यावरण पर हो रहे नकारात्मक और सकारात्मक प्रभावों का मूल्यांकन करना और इसके आधार पर नीतियों में सुधार के सुझाव देना है।
चार प्रमुख श्रेणियां, दायरा बढ़ाने की योजना
जीईपी में फिलहाल हवा, भूमि, जंगल और पानी की गुणवत्ता को लेकर चार प्रमुख श्रेणियां तय की गई हैं। भविष्य में, इन श्रेणियों को और बढ़ाया जाएगा, जिसमें भूमिगत जल और अन्य जल स्रोतों को भी शामिल किया जा सकता है। यह सेल पीसीबी, सिंचाई विभाग, जल संस्थान, कृषि, उद्यान, वन, यूकास्ट जैसे विभिन्न विभागों के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करेगा।
प्रमुख सचिव वन का बयान
राज्य के प्रमुख सचिव वन, आरके सुधांशु ने बताया कि जीईपी का गठन हो चुका है, अब हमें पर्यावरण पर होने वाले प्रभावों की निगरानी के लिए एक सशक्त व्यवस्था बनानी होगी। इसी के तहत जीईपी सेल का गठन किया जा रहा है।
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