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उत्तराखंड: राजाजी से कलेसर पहुंचे पांच हाथी, वन्यजीव संरक्षण में नया कदम !

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देहरादून: राजाजी नेशनल पार्क से पांच हाथियों का एक झुंड कलेसर नेशनल पार्क में पहुंच चुका है। इस झुंड में एक नर, दो मादा और दो शिशु हाथी शामिल हैं। यह घटना एक नया मोड़ है, क्योंकि इससे पहले डेढ़ साल पहले एक और हाथियों का झुंड कलेसर में पहुंचा था, लेकिन वह बाद में वापस लौट आया था। हालांकि, हाथियों का प्रवास राजाजी नेशनल पार्क से कोई नई बात नहीं है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भी कई हाथी दल इस पार्क से कलेसर और पांवटा साहिब की ओर प्रवास करते रहे हैं।

कलेसर की ओर आने वाले हाथी, विशेष रूप से यमुनानगर के वन्यजीव विभाग के निरीक्षक लीलू राम के अनुसार, कई बार कलेसर के जंगलों में देखे गए हैं। हाथियों के इस झुंड को विशेष रूप से जंगल में घने वातावरण में देखा गया, जो उनके लिए अनुकूल है। यह अनुमान है कि हाथी सुरक्षित आवास की तलाश में कलेसर का रुख कर रहे हैं, क्योंकि कलेसर नेशनल पार्क और शेर जंग राष्ट्रीय उद्यान राजाजी नेशनल पार्क से घने जंगल के गलियारे के माध्यम से जुड़े हुए हैं, जिससे हाथियों के लिए यह स्थान आसानी से पहुंच योग्य है।

इस प्रवास के दौरान पांवटा साहिब में स्थित हाथियों का एक दल अब भी वहां के घने जंगलों में डेरा डाले हुए है। इस क्षेत्र में हाथियों के संरक्षण के लिए केंद्र सरकार ने ‘प्रोजेक्ट एलीफेंट’ के तहत 87 लाख रुपये का बजट प्रदान किया है। राजाजी नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर महातिम यादव ने कहा कि यह कोई असामान्य घटना नहीं है, और यह बार-बार हो रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

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