कोटद्वार: पुलिस मुख्यालय स्तर द्वारा गुमशुदा बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की तलाश एवं पुनर्वास हेतु 15 फरवरी 2025 से “ऑपरेशन मिलाप” शुरू किया गया है, जो एक माह तक चलेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्री लोकेश्वर सिंह ने सभी थाना प्रभारियों और एएचटीयू प्रभारी को गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश करने और उन्हें सकुशल परिजनों के सुपुर्द करने के निर्देश दिए हैं।
“ऑपरेशन मिलाप” के तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) की पुलिस टीम ने गुमशुदा बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की खोज करते हुए उन्हें उनके परिवार से मिलाना शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत, कोटद्वार एएचटीयू टीम को 9 फरवरी 2025 को कोतवाली श्रीनगर से एक नाबालिग बालिका के बारे में सूचना मिली, जो अकेले श्री केदारनाथ मंदिर घूमने आई थी और वहां कपाट बंद होने की वजह से फंसी हुई थी।
पुलिस ने बालिका से पूछताछ की और उसे सुरक्षा की दृष्टि से सीडब्ल्यूसी पौड़ी के सुपुर्द किया। बाद में पता चला कि बालिका तेलंगाना राज्य से है और वह एक पोक्सो केस की पीड़िता थी। एएचटीयू टीम ने तेलंगाना पुलिस से संपर्क किया और उसके माता-पिता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
17 फरवरी 2025 को बालिका के पिता और मामा एएचटीयू कार्यालय कोटद्वार पहुंचे, और उन्होंने बताया कि उनकी बेटी पिछले कुछ महीनों से घर से गायब थी। इसके बाद, नाबालिग बालिका को सकुशल उसके परिजनों (पिता और मामा) के सुपुर्द किया गया।
परिजनों ने पौड़ी पुलिस का आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद दिया।
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