Dehradun
उत्तराखंड पुलिस में ही महिला कर्मचारी असुरक्षित , महिला दारोगा ने साथी कांस्टेबल पर लगाए गंभीर आरोप……
देहरादून : उत्तराखंड पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर कई दावे करती रही है, लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इस महकमे की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। देहरादून के पटेलनगर कोतवाली में तैनात एक महिला दारोगा ने अपने अधीनस्थ एक कांस्टेबल पर बलात्कार और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला दारोगा ने यह आरोप कांस्टेबल असलम खान पर लगाए हैं, जो उनके ही दफ्तर में तैनात था।
पीड़िता ने दावा किया कि आरोपी कांस्टेबल ने उसकी अश्लील वीडियो बनाई और उसे ब्लैकमेल कर लाखों रुपए की राशि ऐंठी। इसके साथ ही महिला दारोगा ने आरोपी पर बलात्कार का भी आरोप लगाया है। महिला दारोगा ने इस मामले की शिकायत उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ से की, जिसके बाद डीजीपी के निर्देश पर देहरादून के एसएसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए तुरंत मुकदमा दर्ज करवा दिया।
डीजीपी के निर्देश पर जांच शुरू
डीजीपी दीपम सेठ के निर्देशों के बाद, देहरादून पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पटेलनगर कोतवाली में महिला दारोगा के बयान दर्ज किए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और साथ ही न्यायालय में भी मजिस्ट्रेट बयान दर्ज करवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है।
हालांकि, पीड़िता की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की गई है, लेकिन इस घटना ने उत्तराखंड पुलिस के भीतर महिलाओं के प्रति सुरक्षा के दावों को गंभीर चुनौती दी है। यह मामला महकमे में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर उठ रहे सवालों को उजागर करता है।
महकमे की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
उत्तराखंड पुलिस के महकमे में एक महिला दारोगा के साथ इस तरह की गंभीर घटना ने राज्य पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिलाएं जब अपने ही महकमे में सुरक्षित नहीं हैं, तो अन्य महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है? यह सवाल अब न केवल पीड़िता के लिए, बल्कि समूचे पुलिस विभाग के लिए भी बड़ा चुनौती बन चुका है।