देहरादून: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा कि कंपनी के शीर्ष अधिकारियों गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोप पूरी तरह गलत हैं। कंपनी ने स्पष्ट किया कि इन अधिकारियों के खिलाफ अमेरिकी विदेश भ्रष्टाचार कानून (FCPA) के तहत कोई आरोप नहीं हैं।
एजीईएल ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि अदाणी समूह के अधिकारियों पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, जो कि तथ्यहीन हैं। बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि आरोप केवल Azure Power के कुछ अधिकारियों और एक कनाडाई निवेशक पर लगाए गए हैं, जिनमें रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबेंस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रुपेश अग्रवाल शामिल हैं।
कंपनी ने जोर देकर कहा कि अदाणी समूह के किसी भी अधिकारी का नाम इस भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में नहीं है। बयान में यह भी कहा गया कि CDPQ (कैस डे डेपॉट एट प्लेसमेंट डू क्यूबेक), जो कि Azure Power का सबसे बड़ा शेयरधारक है, भी इस मामले में शामिल है।