नई दिल्ली: देश की समुद्री निगरानी क्षमता को और मजबूत करने के लिए AdaniDefence एंड एयरोस्पेस ने भारतीय नौसेना को अपना दूसरा दृष्टि-10 स्टारलाइनर निगरानी ड्रोन (UAV) सौंपा है। हैदराबाद स्थित अदाणी ग्रुप की यूनिट द्वारा निर्मित यह हाइटेक ड्रोन एक उच्च गुणवत्ता वाली खुफिया, निगरानी और टोही (ISR) प्लेटफॉर्म है। दृष्टि-10 स्टारलाइनर ड्रोन 36 घंटे तक लगातार कार्य करने और 450 किलोग्राम पेलोड क्षमता के साथ समुद्र और अन्य क्षेत्रों में निगरानी करने में सक्षम है।
सूत्रों के अनुसार, इस नए UAV को भारतीय नौसेना के समुद्री अभियानों में शामिल करने की शुरुआत गुजरात के पोरबंदर से की गई है। यह ड्रोन इजरायल के हर्मीस 900 UAV का एक उन्नत संस्करण है, जो लंबी अवधि तक हवा में रहकर निगरानी करने की क्षमता रखता है।
AdaniDefence ने पहले भी इस वर्ष जून में भारतीय सेना को दृष्टि-10 स्टारलाइनर ड्रोन सौंपा था, जिसे पंजाब के भटिंडा बेस पर तैनात किया गया है। इस ड्रोन के माध्यम से सेना पाकिस्तान के साथ लगी पश्चिमी सीमा पर नजर रख सकेगी।
दृष्टि-10 स्टारलाइनर ड्रोन को नाटो ‘स्टैनैग 4671’ प्रमाणन प्राप्त है, जो इसे अन्य नाटो सदस्य देशों के हवाई क्षेत्र में ऑपरेशन करने की अनुमति देता है। AdaniDefence एंड एयरोस्पेस की यह उपलब्धि भारतीय रक्षा उद्योग में एक बड़ी मील का पत्थर साबित हुई है।
AdaniDefence , भारत की पहली निजी सैन्य UAV निर्माता कंपनी है, जिसने वैश्विक बाजारों में निर्यात भी शुरू किया है। इसके अलावा, यह भारत की पहली निजी लघु हथियार निर्माण सुविधा और गोला-बारूद निर्माता कंपनी भी है।