वाराणसी: मंडलायुक्त सभागार में श्री काशी विश्वनाथ धाम की स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक में धाम की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। बैठक में तय किया गया कि सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि सुरक्षा कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार की कोई शिकायत न आए। इसके लिए इस क्षेत्र में दक्ष निजी संस्थाओं की मदद ली जाएगी।
तकनीकी व्यवस्था और बुलेट प्रूफ वाहनों का होगा इस्तेमाल
बैठक में यह भी तय किया गया कि सुरक्षा व्यवस्था में तकनीकी साधनों का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। विश्वनाथ धाम की सुरक्षा के लिए शासन स्तर से बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा कर्मी पूरी तरह तैयार रहें।
गंगा द्वार से मोटरबोट से निगरानी और पेट्रोलिंग
बैठक में गंगा द्वार से मोटरबोट के जरिए धाम परिसर की निगरानी और पेट्रोलिंग करने पर भी सहमति बनी। यह कदम धाम की सुरक्षा को और अधिक सख्त बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा चेकिंग व्यवस्था को इस प्रकार से डिजाइन किया जाएगा कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और चेकिंग के दौरान उनकी सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए।
सुरक्षा टीम से अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील
बैठक से पहले, स्थायी सुरक्षा समिति के सदस्यों ने श्री काशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ के जवानों से बातचीत की और उन्हें ड्यूटी के दौरान हमेशा अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा।
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