Dehradun
दिवाली पर देहरादून की हवा होगी साफ, ड्रोन से होगी ये खास तैयारी!
देहरादून: देशभर में दीपावली की रौनक दिखने लगी है, लोग बाजारों में खरीदारी में जुटे हैं। लेकिन इस पर्व के साथ सबसे बड़ी चिंता वायु प्रदूषण की रहती है…क्योंकि आतिशबाजी से हवा में जहरीली गैसें फैलती हैं। इसे रोकने के लिए उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) ने कड़े कदम उठाए हैं।
पिछले साल देहरादून में दीपावली के दौरान एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 288 तक पहुंच गया था…जिससे हवा खराब हो गई थी। हालांकि इस साल उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदूषण की स्थिति बेहतर होगी। पीसीबी ने कहा है कि दीपावली के बाद संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से पानी की बौछार कर एयर क्वालिटी सुधारने का काम किया जाएगा।
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) क्या है?
AQI 0 से 50 तक ‘बेहतर’ माना जाता है, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 ‘सेहत के लिए गंभीर’ होता है। देहरादून में फिलहाल AQI स्तर संतोषजनक यानी 51 से 100 के बीच है, लेकिन दीपावली पर यह बढ़ने की आशंका रहती है।
पीएम 2.5 और पीएम 10 क्या हैं?
वायु में मौजूद सूक्ष्म कण जिन्हें पीएम 2.5 और पीएम 10 कहा जाता है, सेहत के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। खासतौर पर पीएम 2.5 के कण इतने छोटे होते हैं कि फेफड़ों तक आसानी से पहुंच जाते हैं और गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं। गैसोलीन, डीजल, लकड़ी जलाने से ये प्रदूषक ज्यादा निकलते हैं।
देहरादून में वायु प्रदूषण की स्थिति
देहरादून में बढ़ती वाहन संख्या के कारण भी प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। फिलहाल शहर का AQI स्तर संतोषजनक है, लेकिन दीपावली के समय यह स्तर बढ़ सकता है।
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तैयारी
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि इस बार पीसीबी ने नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर प्रदूषण कम करने की रणनीति बनाई है। संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन से पानी छिड़काव किया जाएगा और मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए गए हैं। साथ ही स्कूलों और अस्पतालों के आस-पास पटाखे न फोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड ने नेशनल लेवल पर एयर क्वालिटी सुधार में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस दीपावली पीसीबी का प्रयास है कि पर्व स्वच्छ और सुरक्षित हो…और हवा भी बेहतर रहे।