सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि ये खबरें उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचा रही हैं और विभाग की भी छवि प्रभावित हो रही है। उन्होंने इस अभियान को असंतुष्ट समूहों की साजिश बताया और कहा कि सोशल मीडिया पर बिना ठोस प्रमाण के आरोप लगाना मेरे सम्मान और मानसिक शांति को ठेस पहुँचाने जैसा है।
उन्होंने आगे कहा कि यह न केवल आईटी अधिनियम और मानहानि कानूनों का उल्लंघन है…बल्कि सरकारी सेवा में अनुशासन और पारदर्शिता को कमजोर करने का प्रयास भी है। बंशीधर तिवारी ने पुलिस से अनुरोध किया है कि वे इन सोशल मीडिया खातों और उनके संचालकों की पहचान करें और कठोर कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।