Dehradun
सरकारी अस्पतालों का मजाक न बनाएं, निजी अस्पतालों का खर्च नहीं उठा सकते सभी : डीएम सविन बंसल !
देहरादून: जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में देर शाम जनपद के सभी उप जिला चिकित्सालयों की प्रबंध समिति की बैठक ली। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी चिकित्सालयों के प्रस्तावों को स्वीकृति देते हुए चिकित्सालयों में सुविधाओं के विस्तार और जनमानस के प्रति प्रतिबद्धता बढ़ाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी चिकित्सालयों को रेफरल सेंटर बनाकर मजाक नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि निजी अस्पतालों का खर्चा सभी लोग वहन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है, और अधिकांश अस्पतालों में पूर्ण स्टाफ उपलब्ध है। चिकित्सकों और चिकित्सा स्टाफ के सहयोग से आदर्श व्यवस्था बनाई जा सकती है, जो सेवा और एक पुनीत कार्य दोनों होगी।
बैठक में जिलाधिकारी ने उप जिला चिकित्सालय विकासनगर के ऑक्सीजन प्लांट की सर्विस और भवन मरम्मत के लिए धनराशि मौके पर ही स्वीकृत की। इसके अलावा, प्रेमनगर चिकित्सालय के सभी प्रस्तावों को मंजूरी देते हुए बच्चों के 20 बैड वाले आईसीयू को संचालित करने के लिए आवश्यक मैनपावर, विद्युत कनेक्शन और संसाधन बढ़ाने की स्वीकृति दी।
मसूरी चिकित्सालय में रात्रि में गायनी चिकित्सक की अनुपस्थिति की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एसीएमओ की अध्यक्षता में एक समिति गठित की और अपै्रल से अब तक किए गए संस्थागत प्रसव और रेफरल की सूची के साथ जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, ईएनटी चिकित्सक को मसूरी में तीन दिन की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए, जिस पर समिति के सदस्यों ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
प्रेमनगर चिकित्सालय में आईपीडी कम होने पर जिलाधिकारी ने कारण पूछा और आईपीडी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को सभी चिकित्सालयों का औचक निरीक्षण करने और आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जब चिकित्सालयों में समुचित चिकित्सा स्टाफ और संसाधन मौजूद हैं, तो सर्जरी कम क्यों हो रही हैं? उन्होंने चिकित्सालयों से सर्जरी का माहवार और प्रतिदिन का विवरण तलब किया और निर्देश दिए कि सैम्पल संग्रहण हेतु अनुबंधित फर्मों का स्टाफ 24 घंटे चिकित्सालय में मौजूद रहे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय जैन, उप जिलाधिकारी हरिगिरी और संबंधित चिकित्सालयों के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।