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पर्यटकों के लिए खुशखबरी! उत्तराखंड के हर जिले में मिलेगी पैराग्लाइडिंग की सुविधा

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देहरादून: उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को और मजबूती देने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में पैराग्लाइडिंग की सुविधाएं विकसित की जाएंगी, ताकि राज्य में आने वाले पर्यटकों को नया रोमांचक अनुभव मिले और स्थानीय युवाओं को भी रोज़गार के अवसर बढ़ें।

बृहस्पतिवार को हुई साहसिक पर्यटन पर एक अहम बैठक में पर्यटन सचिव ने जानकारी दी कि भीमताल में 20 से 25 बिस्तरों वाला छात्रावास तैयार किया जाएगा, जहां पूरे साल पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

भीमताल और चंपावत में होगा एडवांस ट्रेनिंग
पर्यटन सचिव ने बताया कि प्रदेश में अब तक 141 प्रशिक्षुओं को पैराग्लाइडिंग पायलट के लिए टेंडम फ्लाइट और क्रॉस कंट्री का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब इन्हें अगले स्तर पर लाने के लिए छह महीने के भीतर भीमताल और चंपावत में एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, इसके लिए नए टेंडम पैराग्लाइडर खरीदने के निर्देश भी दिए गए हैं।

सिर्फ टिहरी और भीमताल नहीं, हर जिले में पैराग्लाइडिंग
फिलहाल राज्य में पैराग्लाइडिंग की गतिविधियां भीमताल और टिहरी तक सीमित हैं। लेकिन योजना यह है कि अब पौड़ी जिले की नयार घाटी, चंपावत के लोहाघाट, उत्तरकाशी के मोरी, नैनीताल के कोटाबाग और बागेश्वर समेत प्रदेश के हर जिले में पैराग्लाइडिंग के लिए जरूरी बुनियादी ढांचा विकसित किया जाएगा। टेक-ऑफ और लैंडिंग के लिए स्थान चिह्नित किए जाएंगे, ताकि पर्यटकों को सुरक्षित और रोमांचक अनुभव मिल सके।

साहसिक पर्यटन से बढ़ेगा रोजगार
पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने कहा कि साहसिक पर्यटन का सीधा फायदा राज्य के युवाओं को होगा। इससे नई नौकरियां और स्वरोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। सरकार का मानना है कि पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और पैराग्लाइडिंग को नए स्तर पर ले जाकर इन संभावनाओं को हकीकत में बदला जा सकता है।

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