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राज्यपाल जनरल गुरमीत सिंह ने कार्डियक कैथ लैब का किया लोकार्पण, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी रहे मौजूद।

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श्रीनगर/पौड़ी – राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान, श्रीनगर गढ़वाल के राजकीय मेडिकल कॉलेज बेस चिकित्सालय में बनाई गई 6 करोड़ 35 लाख की लागत से बनी कार्डियक कैथ लैब का किया लोकार्पण।

इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी रहे उपस्थित।

बेस चिकित्सालय में कैथ लैब लोकार्पण के बाद मुख्य कार्यक्रम मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में किया गया आयोजित।

इसके उपरांत राज्यपाल ने मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को किया संबोधित।

इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज की ‘उमंग’ स्मारिका का भी किया शुभारंभ।

कार्यक्रम के समापन के बाद राज्यपाल ने हरेला पर्व के तहत मेडिकल कॉलेज परिसर में रुद्राक्ष का पौधा किया रोपित।

राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में स्थित वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के तृतीय रेफरल हॉस्पिटल में पहली बार कैथ लैब सुविधा का शुभारंभ हो रहा है।

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उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि यह पर्वतीय जिलों में रहने वाले लगभग 20 लाख से अधिक आबादी के साथ-साथ ही चारधाम व हेमकुण्ड साहिब के दर्शन हेतु पधारने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए अवश्य ही लाभकारी होगा।

राज्यपाल ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में अपना सक्रिय योगदान देने वाले सभी जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इनके निरंतर प्रयासों एवं सहयोग से आज यह पहाड़ी क्षेत्र इस उपलब्धि तक पहुँच सका है।

उन्होंने गढ़वाल क्षेत्र के दुर्गम एवं अति दुर्गम स्थानों में निवास करने वाले सभी लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे इस संस्थान को कैथ लैब सुविधा के शुभारम्भ के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

राज्यपाल ने कहा कि आगामी समय में यह संस्थान न केवल इस सुविधा का लाभ क्षेत्र के निवासियों को ही नहीं बल्कि सर्विस एक्सीलेंस को भी बनाए रखेगा।

राज्यपाल ने कहा कि किसी स्वास्थ्य संस्थान की ओवरऑल सफलता के कई महत्वपूर्ण आधार होते हैं, जिनमें सेवाभाव, कार्य दक्षता, आपसी सहयोग, कर्तव्य निष्ठा एवं विकसित होते रहने की संकल्प शक्ति उस संस्थान की सफलता के प्रमुख आधार स्तम्भ होते हैं।

उन्होंने कहा कि जब भी हम विश्व या देश के अग्रणी एवं श्रेष्ठतम संस्थानों को देखते हैं तो हम पाते हैं कि उत्कृष्टता को बनाये रखने के लिए उनमें कार्य करने वाले समस्त सदस्यों के बीच बहुत अच्छी हार्मनी एवं परिश्रम की भावना होती है।

उन्होंने कहा कि देवभूमि के राज्यपाल के रूप में जब मुझे ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं तो मुझे अंदर से खुशी की अनुभूति होती है।

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