देहरादून – जनपद में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण योजना अभी तक कार्यान्वित नहीं हो पाई है। आईटीडीए द्वारा लदाड़ी में प्रस्तावित ड्रोन एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना में दो साल बीत जाने के बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई है।
इस योजना का उद्देश्य सीमांत जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं और आपदा प्रबंधन में ड्रोन का उपयोग करना था, लेकिन अब तक न तो केंद्र खोला गया है और न ही ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। आईटीडीए के प्रबंधक सुभाष भंडारी ने बताया कि पूर्व निदेशक ने हर जनपद में ड्रोन एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन उनके स्थानांतरण के कारण इस पर काम नहीं हो पाया।
हालांकि, भारत सरकार ने 200 ड्रोन पायलट तैयार करने के लिए बजट आवंटित किया है, जिसमें वित्त वर्ष में 50 युवाओं को प्रशिक्षण देने की योजना है, लेकिन यह प्रशिक्षण उत्तरकाशी में नहीं, बल्कि देहरादून में होगा।