वॉशिंगटन – 15 मार्च को लॉन्च हुए नासा-स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन ने 16 मार्च को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर डॉकिंग की, जिससे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले नौ महीनों से आईएसएस पर फंसे हुए थे। मिशन का उद्देश्य इन अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से वापस पृथ्वी पर लाना था।
क्रू-10 टीम में नासा के ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के अंतरिक्ष एजेंसी जेएक्सए के ताकुया ओनिशी और रूस के अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के किरिल पेस्कोव शामिल हैं। यह टीम नासा के नियमित रोटेशन शेड्यूल का हिस्सा बनकर आईएसएस पर अनुसंधान और तकनीकी कार्यों को आगे बढ़ाएगी।
स्पेसएक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान, जो खुद से डॉकिंग करने में सक्षम है, ने आईएसएस के हार्मनी मॉड्यूल के आगे वाले पोर्ट से जुड़ाव किया। हालांकि यह यान स्वतंत्र रूप से डॉक कर सकता है, लेकिन दोनों टीमों ने इसकी निगरानी की, ताकि डॉकिंग प्रक्रिया बिना किसी परेशानी के पूरी हो।
रिपोर्ट के मुताबिक, 11:12 पूर्वाह्न IST के आसपास हैच खुलने की संभावना है, जिसके बाद क्रू-10 टीम आईएसएस के एक्सपीडिशन 72 मिशन का हिस्सा बन जाएगी। वर्तमान में आईएसएस पर नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और डॉन पेटिट, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ-साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव, एलेक्सी ओविचिन और इवान वैगनर मौजूद हैं।