Dehradun
दिवाली पर ‘वोकल फॉर लोकल’ का समर्थन करें…जानिए क्या बोले सीएम धामी
खटीमा में ‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान के तहत पारंपरिक दियों और स्थानीय उत्पादों की खरीदारी कर सीएम धामी ने दिया वोकल फॉर लोकल का संदेश।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अपने गृह क्षेत्र खटीमा में ‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान के तहत पारंपरिक मिट्टी के दियों और स्थानीय रूप से निर्मित वस्तुओं की खरीदारी की।
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से दीपावली पर स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब हम अपने आसपास बने दीये, सजावटी सामान या अन्य घरेलू चीजें खरीदते हैं, तो इससे न सिर्फ गांवों और कस्बों की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, बल्कि हम किसी परिवार की मेहनत और उम्मीद को भी सम्मान देते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली सिर्फ रोशनी और खुशी का त्योहार नहीं है…बल्कि यह आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का प्रतीक भी है। हमारी छोटी-छोटी खरीदारी किसी के लिए बड़ी मदद बन सकती है। उन्होंने बताया कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” के संकल्प को जमीन पर उतारने के लिए लगातार काम कर रही है। खासकर महिला स्वयं सहायता समूहों, कुटीर उद्योगों और पारंपरिक शिल्पकारों को इससे सीधा फायदा होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के कारीगरों का हुनर बहुत समृद्ध है। मिट्टी के दीये, हस्तनिर्मित सजावटी सामान, जैविक उत्पाद और पहाड़ी व्यंजन देश-विदेश में पहचान बना रहे हैं। उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि इस दीपावली अपने घरों को स्वदेशी चीजों से सजाएं, ताकि किसी और के घर में भी खुशियों के दीप जल सकें। इस दीपावली हम सब मिलकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दीपावली, धनतेरस और भैयादूज की हार्दिक शुभकामनाएँ भी दीं। उन्होंने कामना की कि ये पर्व सभी के जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और नई ऊर्जा लेकर आएं। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि, व्यापारी और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं मौजूद रहीं।