Uttarakhand

तेंदुए के हमले से घायल हुआ व्यक्ति अब निकाल रहा कुत्ते की आवाज…आप भी जानकार हो जाए हैरान।

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खटीमा – गोसीकुआं भुड़ाई गांव में 13 जनवरी की मध्यरात्रि विवाह समारोह के दौरान घर में सोए तीन लोगाें पर हुए तेंदुए के हमले की घटना में नया मोड़ आया है। हमले में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति में कुत्ते के काटने के लक्षण मिले हैं। इससे हरकत में आए वन विभाग ने दोबारा मामले की जांच शुरू कर दी है। वन विभाग तीनों घायलों को मुआवजे के रूप में इलाज के लिए प्राथमिक धनराशि भी दे चुका था।

घोसीकुआं भुड़ाई गांव में तेंदुए ने घर में घुसकर भुड़ाई निवासी दिनेश सिंह राणा, भड़ा भुड़िया निवासी अनुराग और बिसौटा नौगवांनाथ निवासी रजनीश राणा को घायल कर दिया था। तीनों घायलों को अगले दिन खटीमा उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गंभीर रूप से घायल दिनेश को बाद में अन्यत्र रेफर किया गया।

वन विभाग ने तीनों घायलों को इलाज के लिए पांच-पांच हजार की तात्कालिक सहायता धनराशि भी दी थी। इसके अलावा घायलों के लिए मुआवजा की कार्रवाई शुरू की गई है। रविवार (चार फरवरी) को दिनेश की हालत दोबारा बिगड़ने पर उसे खटीमा उप जिला अस्पताल लाया गया। आपातकालीन सेवा में तैनात डॉ. केसी पंत ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। डॉ.पंत ने बताया कि मरीज में कुत्ते के काटने के लक्षण दिख रहे थे। उसक मुंह से लार गिर रही थी। वह कुत्ते की तरह आवाज निकाल रहा था। इस संबंध में सीएमएस डॉ. सुषमा नेगी ने मामले का संज्ञान लेने की बात कही है।

खटीमा। वन्यजीवों के हमले में मामूली रूप से घायलों को वन विभाग की ओर से 15000 रुपये का मुआवजा मिलता है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये दिए जाते हैं। वन्यजीव संघर्ष में मृतकों को छह लाख रुपये का मुआवजा मिलता है। संवाद

उप प्रभागीय वनाधिकारी संचिता वर्मा ने बताया कि कई बार तेंदुए आदि जंगली जानवरों के काटने से रेबीज के लक्षण भी दिखाई देते हैं। इस मामले की दोबारा जांच की जा रही है। खटीमा रेंजर महेश चंद्र जोशी को टीम के साथ गोसीकुआं भुड़ाई गांव में भेजा गया है। घटनास्थल के अलावा गांव के लोगों से भी दोबारा जानकारी जुटाई जाएगी।

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