Dehradun
निकाय चुनाव की परीक्षा: भाजपा की पकड़ बरकरार या कांग्रेस की वापसी, कल होगा फैसला…
देहरादून: उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के नतीजे शनिवार को सामने आएंगे, जिस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबले ने इस चुनाव को बेहद रोचक बना दिया है। गुरुवार को हुए मतदान के बाद लगभग 66 प्रतिशत मतदान के आंकड़े ने दोनों दलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं।
इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस, दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा 93 निकायों में चुनाव लड़ रही है, जिसमें महापौर और अन्य प्रमुख पद शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद चुनाव प्रचार की कमान संभाली। उनके साथ कैबिनेट के सदस्य, सभी पांच सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा ने भी पार्टी के लिए जोरदार प्रचार किया।
लोकसभा चुनाव में सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा के लिए यह चुनाव एक और अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में भाजपा का जनाधार कायम है या इसमें गिरावट आई, इसका फैसला चुनाव परिणाम से होगा।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने निकाय चुनाव में जनता के बीच सत्ताधारी दल के खिलाफ नाराजगी को मुद्दा बनाने की कोशिश की। कांग्रेस ने 90 निकायों के प्रमुख पदों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, जिनमें 11 नगर निगमों के महापौर पद शामिल हैं।
कांग्रेस ने शहरों की बदहाल स्थिति, टूटी सड़कों, अधूरी पेयजल और सीवरेज व्यवस्था को चुनावी मुद्दा बनाया। पार्टी ने अंतिम दिनों में अपने प्रचार अभियान को तेज किया, जनसमस्याओं को केंद्र में रखते हुए भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और स्टार प्रचारकों ने अंतिम समय तक एंटी इनकंबेंसी पर दांव खेला।
निकाय चुनाव के नतीजे भाजपा और कांग्रेस, दोनों के लिए अहम साबित होने जा रहे हैं। भाजपा के लिए यह अपनी पकड़ बरकरार रखने की चुनौती है, जबकि कांग्रेस के लिए यह वापसी का मौका है। चुनाव परिणाम ही तय करेंगे कि भाजपा अपना किला बचाने में सफल रही या कांग्रेस की रणनीति असरदार साबित हुई।