Haldwani
यूसीसी: विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक बोले, दूसरा पाकिस्तान ना हो खड़ा धामी सरकार ने किया सुनिश्चित, मुस्लिम वर्ग ने कही ये बाते।
हल्द्वानी – उत्तराखंड में विधानसभा में UCC बिल को पास कराने के साथ सियासी सरगर्मी बढ़ने लगी है जहाँ मुस्लिम वर्ग के लोग इस क़ानून के लागु होने पर विरोध कर रहे है वही इसके समर्थन में भी दिख रहे है।
हल्द्वानी पहुँचे अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक प्रवीण तोगड़िया ने ucc पर बोलते हुए कहाँ की एक देश के अंदर दो कानून नहीं होने चाहिए। मजहब और शरीयत के हिसाब से देश के अंदर अलग कानून होना दूसरा पाकिस्तान निर्माण करने जैसा है। यूसीसी के आधार पर दूसरा पाकिस्तान ना खड़ा हो यह प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने सुनिश्चित किया है।
वही उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने इस बिल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी ने सही मायने में महिलाओं को उनके अधिकार सुरक्षित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस बिल के आने से अल्पसंख्यक महिलाओं के उत्पीड़न और हिंसा में काफी रोक लगेगी। किसी को भी इस बिल का विरोध नहीं करना चाहिए उन्होंने कहा कि वह प्रदेश हित में लाए गए इस बिल का पूरी तरह से स्वागत करते हैं। मुस्लिम समाज सहित अन्य महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा।
नवाब ने कहा कि जिस तरह तीन तलाक मामले में केंद्र सरकार ने कानून बनाकर महिलाओं को उनका हक दिलाया है उसी प्रकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कॉमन सिविल कोड ड्राफ्ट को सदन के पटल पर रखकर आज इतिहास बनाया है इस बिल के आने से महिलाओं को उनके सभी अधिकार मिलेंगे। उधर महिलाओं ने भी बिल की तारीफ की है और सरकार के इस फैसले को लेकर सीएम धामी को बधाई दी है।
जमियत उलेमा हिन्द के जिलाध्यक्ष मुकीम कासमी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड सीधे-सीधे मुस्लिम धर्म के लोगों किस स्वतंत्रता पर हमला है हम सभी पुरजोर विरोध करते हैं, अपनी धर्म संस्कृति की आजादी है, जबकि मुस्लिम धर्म कुरान और हदीस पर आधारित है और शरीयत के कानून को मानती है, हमने फैसला लिया है कि हम इसको लेकर सड़कों पर नहीं उतरेंगे लेकिन क़ानून के जानकारों द्वारा अध्ययन कर इसको न्यायालय में लेकर जायगे।
समाजवादी पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी मतीन सिद्धकी ने कहा की पूरा देश इस बिल का विरोध कर रहा है, क्योंकि इस बिल की कोई आवश्यकता नहीं थी सरकार को कॉमन बिल लेकर आना चाहिए।