दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ले ली है, और इस तरह से उन्होंने देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में पद संभाल लिया है। शपथ लेने के बाद ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका का ‘स्वर्ण युग’ अब से शुरू होता है। इसके साथ ही, उन्होंने देश की दिशा को लेकर कई बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण फैसला था अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकालने का।
डोनाल्ड ट्रंप ने WHO से बाहर निकलने का कारण बताया (Donald Trump exits WHO, cites failure in managing global health crises)
20 जनवरी, 2025 को डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर जाएगा। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने COVID-19 महामारी और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकटों को ठीक से नहीं संभाला। ट्रंप का आरोप था कि WHO स्वतंत्र रूप से कार्य करने में सक्षम नहीं था और चीन से कम राशि की मांग करने के बावजूद अमेरिका से अत्यधिक भुगतान की मांग की जा रही थी। अमेरिका, WHO के फंड देने वाले प्रमुख देशों में से एक है, और इसके संगठन से बाहर जाने के बाद WHO की funding में बड़ी कमी आ सकती है।
टिकटॉक पर ट्रंप का बड़ा फैसला (Trump signs order to extend TikTok operations)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने TikTok के संचालन को लेकर भी एक महत्वपूर्ण शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। ट्रंप ने TikTok के संचालन को 75 दिन तक बढ़ाने का फैसला लिया है, जिसके बाद अमेरिका में TikTok के 17 करोड़ उपयोगकर्ता प्रभावित होंगे। ट्रंप के आदेश में यह भी कहा गया है कि Attorney General को निर्देश दिया गया है कि वह इस 75 दिन की अवधि में टिकटॉक पर प्रतिबंध लागू करने के लिए कोई कदम न उठाएं, ताकि अमेरिकी प्रशासन को उचित प्रस्ताव तैयार करने का अवसर मिल सके और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा की जा सके।
अमेरिका का कड़ा रुख (US takes a tough stand)
ये दोनों फैसले अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। ट्रंप का यह कदम WHO और TikTok जैसे वैश्विक मुद्दों पर अमेरिका का कड़ा रुख दर्शाता है। अमेरिका के इन फैसलों से वैश्विक मंच पर एक नई हलचल मच सकती है, और इन कदमों को लेकर अन्य देशों की प्रतिक्रियाएँ आना निश्चित हैं।