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उत्तराखंड: यूटीयू में तैयार हो रहा है एआई चैटबोट डीपशिवा, आमजन को मिलेगी सरल भाषा में जानकारी

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देहरादून: वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) ने देश में एक नई तकनीकी पहल शुरू की है। विश्वविद्यालय एआई आधारित “डीपशिवा चैटबोट” विकसित कर रहा है…जो कृषि, पर्यटन और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी वास्तविक जानकारी आमजन तक आसानी से पहुंचाएगा।

इस परियोजना की शुरुआत उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के आह्वान पर की गई। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता में पहले चरण में देशभर के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थानों की 152 टीमों ने भाग लिया, जिनमें स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी के छात्र-छात्राएं शामिल थे। दूसरे चरण में कुल 46 टीमें चयनित होकर आगे बढ़ी हैं। फाइनल राउंड दिसंबर में आयोजित किया जाएगा।

प्रतिभागियों को कृषि, पर्यटन या स्वास्थ्य सेवा में से किसी एक क्षेत्र का चयन कर एआई आधारित चैटबोट विकसित करना है। डीपशिवा चैटबोट का उद्देश्य आमजन से हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में सहज संवाद करना है, ताकि छात्र-शोधकर्ताओं को त्वरित जानकारी उपलब्ध हो और तकनीकी समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सके।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने इस पहल का उद्देश्य स्पष्ट किया कि यह चैटबोट साधारण चैटबोट से अलग होगा। सामान्य चैटबोट केवल तय उत्तर देता है, जबकि एआई चैटबोट उपयोगकर्ता की भाषा, भावना और प्रश्न की परिस्थिति को समझकर तार्किक और सटीक उत्तर प्रदान करेगा।

प्रतियोगिता के अंतिम चरण में चयनित तीन सर्वश्रेष्ठ टीमों को कुल 10 लाख रुपये पुरस्कार के रूप में प्रदान किए जाएंगे। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त टीमों को क्रमश: 5 लाख, 3 लाख और 2 लाख रुपये नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।

यूटीयू के नोडल अधिकारी प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया कि पहले चरण से चयनित 46 टीमों के प्रोजेक्ट का मूल्यांकन नवंबर में इंडस्ट्री और उच्च शिक्षा संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा। दिसंबर में विजेताओं की घोषणा राज्यपाल के हाथों की जाएगी।

डीपशिवा चैटबोट से आमजन को कृषि, स्वास्थ्य और पर्यटन से जुड़ी सरल और उपयोगी जानकारी मिलने के साथ ही भारत की तकनीकी प्रगति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर भी मिलेगा।

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