Uttarakhand
उत्तराखंड: 2010 की आपदा में बहे भट्टवाड़ी तहसील भवन का आज तक नहीं हुआ निर्माण, जनता परेशान !
उत्तरकाशी : सरकार भले ही विकास के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन जब धरातल पर इन दावों को परखा जाता है तो स्थिति कुछ और ही नजर आती है। उत्तरकाशी जनपद के सीमांत विकास खंड भट्टवाड़ी, जो सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है और जहां गंगा के उद्गम स्थल गोमुख के कारण लाखों तीर्थ यात्री आते हैं, वहां विकास के बड़े दावों के बावजूद वास्तविकता कुछ और ही सामने आती है।
भट्टवाड़ी तहसील का हाल, जहां सरकारी दावों की पोल खुल रही है, एक बड़ा उदाहरण है। वर्ष 2010 की भीषण आपदा में भट्टवाड़ी तहसील के साथ ही यहां का मुख्य बाजार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए एनटीपीसी के टिन शेड में तहसील कार्यालय स्थापित किया गया, जो आज जर्जर हालत में है। 14 साल का वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक यहां नया तहसील भवन नहीं बन सका है। भले ही सरकार यह दावा करती रही है कि नया भवन निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि तहसील भवन के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
भट्टवाड़ी तहसील के एसडीएम कोर्ट की भी स्थिति खराब है। यहां वर्षों से एसडीएम का पद खाली है, जिसके कारण स्थानीय लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए जिला मुख्यालय का चक्कर काटने को मजबूर हैं। स्थिति यह है कि उपनल कर्मचारियों के भरोसे ही भट्टवाड़ी में सरकारी कार्य हो रहे हैं।
स्थानीय ब्लॉक प्रमुख का कहना है कि वित्तीय स्वीकृति के लिए फाइल सचिवालय में पड़ी हुई है, लेकिन पिछले 14 वर्षों से इसे मंजूरी नहीं मिल पाई। अब जबकि बर्फबारी का मौसम आने वाला है, अगर किसी को सरकारी दस्तावेज की जरूरत पड़ी, तो उसे अपनी जान जोखिम में डालकर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ेगा।