देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के बदले मिजाज ने राज्य की पहाड़ियों को एक बार फिर जन्नत की तरह खूबसूरत बना दिया है। पिछले कुछ घंटों से प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे ठंडी हवाएं और बर्फबारी का दृश्य दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहा है। कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो रही है, जबकि कई स्थानों पर तेज बारिश का सामना किया जा रहा है।
उत्तरकाशी के हर्षिल घाटी और जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में सुबह से बर्फबारी जारी है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी बर्फबारी हो रही है। निचले इलाकों में घने बादल छाए हुए हैं, जिनमें बारिश का सिलसिला जारी है। खासकर, मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में बर्फबारी का दृश्य बेहद आकर्षक और अद्भुत है, जो देखने लायक है।
यमुनोत्री धाम और मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव में भी बर्फबारी हो रही है। सुबह 4 बजे से ही यमुनोत्री धाम, खरसाली गांव, जानकीचट्टी, नारायण पुरी और फूलचट्टी क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो गई है, जबकि निचले इलाकों में बड़कोट तहसील क्षेत्र में रिमझिम बारिश हो रही है। मां यमुना के शीतकालीन पुजारी शेखर उनियाल ने बताया कि सुबह से इलाके में बर्फबारी हो रही है, जिससे क्षेत्र का मौसम और भी ठंडा हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, 20 फरवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम खराब रहने की संभावना जताई गई थी, जो अब सच साबित हो रही है। हालांकि, मौसम विभाग ने 21 फरवरी से प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है।
बीते दो दिनों में लगातार हुई बर्फबारी के बाद बदरीनाथ धाम में लगभग छह इंच तक ताजी बर्फ जम चुकी है। इसी कारण से जिलाधिकारी ने आला अधिकारियों के साथ धाम जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। बदरीनाथ में ठंड काफी बढ़ गई है, जिससे तीर्थयात्रियों को कठिनाई हो सकती है।
बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा चार मई से शुरू होगी। यात्रा की तैयारियों के तहत प्रशासनिक टीम अभी तक धाम नहीं पहुंच पाई है, क्योंकि मौसम के कारण यात्रा तैयारियों में बाधा आ रही है। धाम में पेयजल, बिजली, सीवर, सड़क सहित अन्य यात्रा तैयारियों के कार्य अब मार्च महीने में फिर से शुरू होंगे।