देहरादून: राज्य में हर साल रोडवेज बसों के कई हादसे सामने आते हैं, जिससे न केवल जनहानि होती है, बल्कि परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान और कानूनी पेचीदगियों का भी सामना करना पड़ता है। इस चुनौती से निपटने के लिए परिवहन निगम अब एक नई पहल करने जा रहा है — “नो एक्सीडेंट रिवार्ड योजना”।
इस योजना के तहत उन ड्राइवर और कंडक्टरों को प्रोत्साहन दिया जाएगा जिनकी बसें सालभर बिना किसी दुर्घटना के चलती हैं। निगम के महाप्रबंधक (कार्मिक) स्तर पर इस योजना का मसौदा तैयार किया जा रहा है। ड्राइवर-कंडक्टरों का श्रेणीकरण उनके दुर्घटना रिकॉर्ड के आधार पर किया जाएगा और “जीरो एक्सीडेंट” वाले स्टाफ को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।
रोडवेज बसों में इंजन और बैटरी की देखभाल को लेकर भी परिवहन विभाग एक अलग प्रोत्साहन योजना पर काम कर रहा है। हर फेरे के बाद बसों की जांच की जाती है, लेकिन अब संचालन के तरीके में भी सुधार की तैयारी है, ताकि इंजन और बैटरी की लाइफ लंबी हो।
इस कार्य के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी, जो इंजन की कार्यक्षमता और बैटरी की स्थिति पर रिपोर्ट देंगे। उसी आधार पर बस स्टाफ को रिवार्ड देने की प्रक्रिया तय होगी।
गौरतलब है कि निगम द्वारा हाल ही में 100 नई बसों की खरीद के लिए निकाला गया पहला टेंडर विफल हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर नया टेंडर जारी किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष के अंत तक राज्य में नई बसें संचालन में आ जाएंगी।
हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि रिवार्ड योजना के तहत कितनी राशि या क्या पुरस्कार दिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों के अनुसार यह तय किया गया है कि इसका उद्देश्य सिर्फ प्रोत्साहन नहीं बल्कि सुरक्षा और दक्षता को बढ़ावा देना होगा।