Uttarakhand
Uttarkashi-Dharali: बीच गांव में फंसे 200 लोग, मलबे में रास्ता बना रहे हैं जवान
Uttarkashi-Dharali – उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बुधवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। ऊंचाई वाले इलाके में बादल फटने के बाद खीरगंगा नदी में अचानक सैलाब आ गया, जिससे गांव के बाजार और रिहायशी इलाकों को गंभीर नुकसान पहुंचा। अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि करीब 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
आज सुबह से ही भारतीय सेना आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस बल राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। आईटीबीपी और सेना के जवानों ने गांव के बीचोंबीच फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए 25 फीट ऊंचे मलबे में रास्ता बनाने का प्रयास शुरू कर दिया है। अस्थायी पुल बनाने की कोशिश भी जारी है ताकि राहत सामग्री और बचाव दल गांव में पहुंच सके। फिलहाल गांव में करीब 200 लोग फंसे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी एजेंसियां युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। कल 130 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सेना के हेलीकॉप्टर तैयार हैं और जैसे ही मौसम साफ होगा, एयर रेस्क्यू शुरू किया जाएगा।”
धामी ने बताया कि 10 डीएसपी, 3 एसपी और लगभग 160 पुलिसकर्मी राहत कार्यों में लगे हुए हैं। देहरादून स्थित राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र 24 घंटे काम कर रहा है। इलाके में बिजली गुल है और मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह ठप है, जिससे राहत कार्यों में भी चुनौतियां आ रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्थिति का जायज़ा लिया है और मुख्यमंत्री धामी से बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है। सीएम धामी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी जी का धन्यवाद करता हूं कि वे खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।”
वहीं, खाने के पैकेट, डॉक्टरों की टीम और दवाइयों की व्यवस्था भी की जा चुकी है। बिजली और संचार व्यवस्था बहाल करने का प्रयास जारी है।
धराली का यह इलाका चारधाम यात्रा मार्ग में आता है और धार्मिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी लोगों को सुरक्षित निकाला जाए और आवश्यक सहायता उन तक पहुंचे।
स्थिति लगातार बदल रही है….लेकिन सरकार और राहत एजेंसियां मुस्तैदी से डटी हुई हैं।