उत्तरकाशी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 27 फरवरी 2025 को उत्तरकाशी के सीमांत क्षेत्र मुखवा और हर्षिल में प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर स्थानीय लोगों में भारी उत्साह है। इस कार्यक्रम के बाद क्षेत्र में शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा मिलने के साथ ही तीर्थाटन और पर्यटन में वृद्धि की उम्मीद है। साथ ही स्थानीय अनाज और विल्सन वैरायटी के सेव को एक नई पहचान मिल सकती है।
स्थानीय निवासियों का मानना है कि प्रधानमंत्री के आगमन के बाद इन क्षेत्रों के विकास की गति और तेज़ होगी, जैसे कि केदारनाथ में उनके दौरे के बाद केदारघाटी में हुआ था। मुखवा और हर्षिल के विकास के साथ-साथ वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत छह गांवों के विकास की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान मुखवा गांव के हर घर को सजाया जा रहा है, मंदिर की सजावट चल रही है और सड़क, हेलीपैड, पार्किंग, और रास्तों का निर्माण युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम से क्षेत्र का पलायन रुकेगा, और युवा आत्मनिर्भर बनेंगे। शीतकालीन यात्रा के बढ़ते आगमन से क्षेत्र का चहुमुखी विकास होगा और मंदिर के पास व्यू प्वाइंट का निर्माण भी किया जा रहा है, जहां से प्रधानमंत्री पूरी घाटी का नैसर्गिक सौंदर्य देख सकेंगे।
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