big news

पौड़ी बाईपास टनल के प्रस्ताव का ग्रामीणों ने किया विरोध, कहा जोशीमठ जैसा हाल नहीं होने देंगे

Published

on

पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में नेशनल हाईवे-534 पर पैडुल-श्रीनगर खंड के बीच प्रस्तावित पौड़ी बाईपास टनल का स्थानीय लोग खुलकर विरोध कर रहे है। स्थानीय लोगों ने प्रस्तावित टनल के विरोध में जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। साथ ही कहा है कि वो पौड़ी गढ़वाल का हाल जोशीमठ जैसा नहीं होने देंगे।

पौड़ी बाईपास टनल का ग्रामीण कर रहे विरोध

दरअसल, घोड़ीखाल (पोर्टल-1) से प्रेमनगर (पोर्टल-2) तक लगभग 2100 मीटर लंबी टनल प्रस्तावित है। जिसका प्रेमनगर, बुआखल और गहड़ गांव के ग्रामीणोंद्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। उनका कहना है कि इस प्रस्ताव के लिए उनसे पूर्व में राय या सहमति नहीं ली गई। शुक्रवार को तीनों गांवों के लोग जिलाधिकारी पौड़ी से मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहाँ ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया।

विभाग द्वारा बिना सूचना के दिया गया प्रस्ताव

ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इस प्रस्ताव की सूचना सोशल मीडिया और समाचार पत्रों से मिली। सम्बंधित विभाग द्वारा इस बारे में न तो कोई जनसुनवाई की गई और न ही ग्रामीणों को सूचित किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि इस टनल निर्माण से भविष्य में उनके गांवों, कृषि भूमि, जल स्रोत और घरों पर खतरा उत्पन्न हो सकता है।

जोशीमठ जैसा हाल नहीं होने देंगे, आंदोलन की दी चेतावनी

ग्रामीणों ने मांग की है कि पहले विभाग विस्तृत सर्वे और प्रभाव आकलन की रिपोर्ट सार्वजनिक करे। ग्राम सभाओं से राय और सहमति ली जाए, आवश्यकता पड़ने पर परियोजना के स्थान में बदलाव पर विचार किया जाए। ग्रामीणों ने उनकी बातों को नजरअंदाज करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। साथ ही ग्रामीणों ने कहा की वो नहीं चाहते की भविष्य में जोशीमठ जैसा हाल पौड़ी का भी हो। बता दें की जोशीमठ में भारी निर्माण कार्यों और टनल निर्माण से क्षेत्र में बाहरी मात्रा में भू-धंसाव हुआ है। जिससे आज भी पूरा स्थानीय जन-जीवन अस्त व्यस्त है।

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि टनल निर्माण को लेकर एनएच विभाग ने पहले ही जरुरी सर्वे कर रिपोर्ट सौंप दी है। ग्रामीणों की आपत्तियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। ग्रामीणों और कार्यदायी संस्था के बीच जल्द ही बैठक आयोजित की जाएगी। ग्रामीण अपनी समस्याएं और शंकाएं रखेंगे और विभाग और विशेषज्ञों द्वारा उन्हें दूर करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending

Exit mobile version