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विकास से कोसो दूर नैनीताल के चामा-चोपड़ा गावं।
नैनीताल/हल्द्वानी – नैनीताल जिले के दूरस्थ ओखलकाडा ब्लॉक मे चामा-चोपडा गाँव जो की भीमताल विधानसभा का ही क्षेत्र है। यहाँ की खस्ताहाल कच्ची सड़क ग्रामीणों के लिये मुसीबत का सबब बन गयी है। ग्रामीणों ने इस 3 किमी की सड़क को अपने श्रमदान और विधायक निधि से मिली जेसीबी की मदद से काटा है लेकिन अब मौसम बरसात का है लिहाज़ा यह सड़क ग्रामीणों के लिये जटिल समस्या बन गयी है।
वहीँ ग्रामीण आनंदी देवी की उम्र करीब 80 साल है, वे उम्र के इस पड़ाव मे चामा चोपडा गाँव में पक्की सडक बनते देखना चाहती है। आनंदी देवी के मुताबिक गाँव के बच्चों ने श्रमदान कर करीब 3 किलोमीटर के इस कच्ची सड़क को बनाया। गाँव में मरीज को चारपाई मे मरीज को खड़ी चढाई से मुख्य मार्ग पर लाया जाता है। बरसात में कच्ची सडक टूट जाती है जिससे अन्य कई गावों से सम्पर्क भी टूट जाता है।
चोपडा के अलावा तीन चार गाँव ऐसे हैं जिनकी कनेक्टिविटी इस कच्ची सड़क पर निर्भर हैं। स्थानीय निवासियों ने अपने श्रमदान से तीन किलोमीटर की सडक काट ली है पर अभी तक उसमे डामरीकरण का काम नहीं हो पाया है।
ओखलकांडा के इस इलाके में प्रमुख रूप से आलू का उत्पादन किया जाता है, अपने माल को मंडी पहुंचना इनके लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है, कच्ची काटी गई सडक पर लोड के साथ गाड़ी चलना जोखिम भरा है होगा।
स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा के मुताबिक उन्होंने अपने पिछलें कार्यकाल में विधानसभा इलाके में करीब 120 सड़के काटी हैं और इन कच्ची सड़को का आंकलन (इस्टीमेट) वह लोक निर्माण विभाग से तैयार करवा रहे हैं।
जिसको जल्द से जल्द राज्य सरकार को भेजकर बजट मिल सके और सड़को का डामरीकरण शुरू किया जा सके।