उत्तरकाशी – सड़क विकास का सबसे बडा माध्यम होती है। इसके लिए सरकार की कोशिश है कि हर गांव को सडक से जोड़ा जाए पर यह कोशिश किस प्रकार हो रही है इसका जीता-जागता उदाहरण है पूर्व विधायक स्वर्गीय गोपाल सिंह रावत की गाँव की सडक बया कर रही है। इसी के चलते ग्रामीणों एकत्रित हुए और सड़क डामरीकरण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारे बाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने जल्द मांग पूरी न होने पर चुनावों का बहिष्कारकरने का ऐलान किया।
बता दे की ढुंगाल गांव की सडक का पूर्व विधायक ने अपने दस साल के कार्यकाल मे पूरी विधानसभा मे सड़कों का जाल विछाया था। जनपद में उन्हे विकास पुरुष के नाम से पहचाना जाता है पर उनके गांव मे दस साल पहले सडक का निर्माण हुआ था सडक तो बन गयी पर सडक पर डामरीकरण अभी तक नहीं हो पाया जिसके कारण यहां के निवासियों को भारी परेशानियों से गुजरना पड रहा है। जिसके चलते कई बार यहां पर एक्सीडेंट भी हो चुके है…लेकिन संवधित विभाग अब तक नीद से नहीं जागा है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि सरकार स्वर्गीय पूर्व विधायक गोपाल सिंह रावत को भूल चुकी है ओर इसी कारण इस गांव की अनदेखी की जा रही है। गाँव वालो का कहना है कि अगर जल्दी इस सडक का डामरीकरण नही होता है तो आनेवाले लोकसभा एवं पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा। सोचनीय विषय यह है कि सरकार विकास के बड़े दावे तो कर रही है पर विकास के दावे 10 साल तक विधायक रहे स्वर्गीय गोपाल सिंह रावत के गांव की सडक को देखकर ही खोखले साबित हो रहे है।