नई दिल्ली: हर साल दीपावली का त्योहार भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है। भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर लोगों ने उनके स्वागत में घी के दीये जलाए थे, जो इस त्योहार की शुरुआत का प्रतीक है। इस साल दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, और देशभर में लोग इस पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए तैयार हैं।
दीपावली के दिन, मिट्टी के बने दीयों को घर के चारों ओर जलाना आवश्यक है। यह न केवल अंधकार को दूर करता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। पूजा के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों के सामने दीप जलाने से घर में सुख और समृद्धि का वास होता है।
पूजन विधि:
- सफाई का ध्यान: दीपावली से एक दिन पहले घर की सफाई करें। जहां सफाई अधिक होती है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है।
- दीप जलाएं: मिट्टी के दीये जलाएं और घर के हर कोने में रोशनी फैलाएं।
- मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा: पूजा करते समय गणेश भगवान का मंत्र “ऊं गण गणपतये नमः” का जाप करें। यह मंत्र भगवान गणेश को प्रसन्न करता है और भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करता है।
- सही वस्त्र का चयन: पूजा के दौरान लाल और पीले रंग के कपड़े पहनें। काले कपड़े न पहनें।
- भोग का अर्पण: पूजा के बाद मां लक्ष्मी को फल और मिठाई भोग लगाएं और प्रसाद को परिवार के सदस्यों में बांटें।
दान-पुण्य का महत्व:
दीपावली के दिन दान-पुण्य करना विशेष महत्व रखता है। इस दिन किए गए दान से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और इसका फल पूरे परिवार को मिलता है।
इस दीपावली, रोशनी और खुशियों का स्वागत करें और अपने घर को सकारात्मकता से भर दें। सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!