देहरादून : उत्तराखंड की प्रसिद्ध चार धाम यात्रा के लिए आज से ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस वर्ष पहली बार आधार प्रमाणित पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिससे हर श्रद्धालु का ब्योरा पूरी तरह से अपडेट रहेगा और यात्रा की प्रक्रिया और भी सुगम हो जाएगी।
श्रद्धालुओं को यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। इस प्रक्रिया को श्रद्धालु वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से आसानी से पूरा कर सकते हैं।
चारधाम पंजीकरण प्रक्रिया आज सुबह 7 बजे से शुरू हुई, और दोपहर 12:30 बजे तक लगभग 67 हजार पंजीकरण हो चुके थे। पंजीकरण में केदारनाथ धाम के लिए सबसे ज्यादा 22 हजार, बद्रीनाथ के लिए 20 हजार, और गंगोत्री तथा यमुनोत्री के लिए क्रमशः 12-12 हजार पंजीकरण हो चुके हैं।
पहले दिन पंजीकरण का आंकड़ा डेढ़ लाख के पार जा सकता है। पंजीकरण के बाद, श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान धामों में पहुंचने पर एक टोकन मिलेगा, जिससे वे निर्धारित समय अनुसार दर्शन कर सकेंगे और घंटों लाइन में खड़ा होने से बच सकेंगे।
चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होगी। 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे, जबकि 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारित की गई है। 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खोले जाएंगे। इसके अतिरिक्त, 25 मई से हेमकुंड साहिब की यात्रा भी शुरू हो जाएगी।
यह पंजीकरण प्रक्रिया यात्रा को और भी व्यवस्थित और आरामदायक बनाने के लिए है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।