उत्तरकाशी : शीतकालीन यात्रा के दृष्टिगत खाद्य एवं पूर्ति विभाग ने इस बार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडरों के दुरुपयोग पर कड़ी नजर रखी। होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट स्वामियों द्वारा घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरुपयोग रोकने के लिए विभाग ने कई बार चेतावनियां जारी की थीं, लेकिन इसके बावजूद दुरुपयोग जारी रहा। इससे एक ओर जहां सरकार को राजस्व की हानि हो रही थी, वहीं घरेलू उपभोक्ताओं को गैस की कमी का सामना करना पड़ रहा था।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला पूर्ति अधिकारी संतोष कुमार भट्ट के नेतृत्व में नगर पालिका क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में पांच टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने ताबड़तोड़ छापे मारे और होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट स्वामियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। इस अभियान में श्री विजेंद्र नाथ, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने उत्तरकाशी बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्र में छापेमारी की। वहीं दूसरी टीम ने श्री राजेश चंद्र जगूड़ी के नेतृत्व में अन्य क्षेत्रों में कार्रवाई की।
इस छापेमारी से होटल, ढाबा और रेस्टोरेंट स्वामियों में हड़कंप मच गया। कई प्रतिष्ठान स्वामियों ने छापेमारी की भनक लगते ही अपने घरेलू सिलेंडरों को छिपाने का असफल प्रयास किया। छापेमारी के दौरान कई प्रतिष्ठानों पर घरेलू एलपीजी सिलेंडर पाए गए, जिनके मालिकों ने विभिन्न बहाने दिए। इन सिलेंडरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
इसके अलावा, जब व्यवसायिक सिलेंडरों के बिल मांगे गए, तो अधिकांश प्रतिष्ठान स्वामी बिल दिखाने में असफल रहे। ऐसे प्रतिष्ठान स्वामियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया और निर्देश दिए गए कि भविष्य में गैस एजेंसी से सिलेंडर भरने का प्रमाण स्वरूप बिल साथ रखें।
इस अभियान में उत्तरकाशी गैस सर्विस, विश्वनाथ गैस सर्विस और श्रृंगेश्वर गैस सर्विस ने भी विभाग का सहयोग किया। छापेमारी के दौरान कुल 33 सिलेंडर, जिसमें 32 घरेलू और 1 व्यवसायिक सिलेंडर शामिल थे, जप्त किए गए। इनमें से 10 सिलेंडर पर ₹22,500 का जुर्माना लगा कर चेतावनी के साथ अवमुक्त कर दिए गए।
जिला पूर्ति अधिकारी संतोष कुमार भट्ट ने कहा कि यह अभियान जनपद के सभी नगर पालिकाओं और कस्बों में लगातार जारी रहेगा। उन्होंने होटल, रेस्टोरेंट और ढाबा स्वामियों से अपील की कि वे अपने प्रतिष्ठानों में वैध व्यवसायिक कनेक्शन लेकर केवल व्यवसायिक गैस का ही उपयोग करें, ताकि भविष्य में किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।