Dehradun
दून को जाम से निजात दिलाने के लिए भूमिगत पार्किंग की कसरत शुरू !
देहरादून: बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की संख्या में निरंतर वृद्धि के कारण देहरादून शहर में जाम एक बड़ी समस्या बन चुकी है। शहर के प्रमुख मार्गों पर लगातार जाम के कारण लोगों का समय बर्बाद होता है और परिवहन में मुश्किलें आती हैं। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
शासन ने पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों को शहर में भूमिगत पार्किंग की फिजिबिलिटी सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। यह योजना शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग की कमी को दूर करने और जाम की समस्या को हल करने के लिए बनाई जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि भूमिगत पार्किंग से सीमित स्थान पर अधिक वाहनों को पार्क किया जा सकेगा, जिससे सड़क पर वाहनों की संख्या कम होगी और जाम की समस्या में सुधार होगा।
देहरादून में पार्किंग का अभाव
देहरादून के मुख्य शहर में पार्किंग की बड़ी कमी देखी जा रही है। रोड के किनारे और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर वाहनों की पार्किंग से जाम की स्थिति और भी गंभीर हो रही है। इसकी वजह से रोजाना की यात्रा में समय की बर्बादी और यातायात की समस्या उत्पन्न हो रही है।
वाहनों की बढ़ती संख्या
हर साल देहरादून में नए वाहन की संख्या में वृद्धि हो रही है। आरटीओ (रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस) के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में देहरादून में वाहनों का पंजीकरण 10 लाख से अधिक हो चुका है। इसके अलावा, हर साल 70 हजार से ज्यादा वाहन पंजीकृत हो रहे हैं, जिसमें कमर्शियल और प्राइवेट दोनों तरह के वाहन शामिल हैं।