पिथौरागढ़ – उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 में पिथौरागढ़ में 143.29 करोड़ का निवेश होगा। लगभग 61 इकाइयों को एमओयू वितरित किए गए हैं। इन इकाइयों में 673 स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होगा।
पिथौरागढ़ जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक कविता भगत ने इनवेस्टर समिट के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राज्य में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार की ओर से एमएसएमई नीति-2023, पयर्टन नीति-2023, सर्विस सेक्टर की नीति-2023 लागू की गई है।
जनपद पिथौरागढ़ में धर्मिक पर्यटन, ईको पर्यटन, साहसिक पर्यटन, विनिर्माण उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, हथकरघा हस्तशिल्प, नेचुरल हर्ब्स, ऑर्गेनिक उत्पाद में अपार संभावनाएं है। पिथौरागढ़ में पिछले दिनों आयोजित मिनी कांनक्लेव में 61 इकाईयो को 143.29 करोड़ के एमओयू वितरित किए गए हैं।
चंपावत जिले में हुआ 456 करोड़ रुपये का करार
चंपावत जिले के टनकपुर में दो दिसंबर को हुए जिला स्तरीय मिनी कान्क्लेव में 456.96 करोड़ रुपये के एमओयू (करार) हो चुके हैं। 52 उद्यमियों ने पांच विभागों से ये करार किए हैं। मुख्य रूप से बागवानी, पर्यटन, उरेडा, उद्योग और आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्रों में निजी निवेश हुआ है। अगर यह करार जमीन पर उतरा तो इससे बहुआयामी आर्थिक विकास के साथ रोजगार में वृद्धि होगी। होगा। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक डॉ. दीपक मुरारी का कहना है कि 456.96 करोड़ रुपये के एमओयू (करार) से 721 लोगों को रोजगार मिलेगा।
चंपावत जिले के करार
विभाग राशि(करोड़) रोजगार सृजन
उद्योग 173 414
उरेडा 258 121
बागवानी 2.10 43
पर्यटन 13.86 133
आयुर्वेदिक 10 10
कुल 459.96 721