गंगोत्री (उत्तरकाशी): मां गंगा की भोगमूर्ति विग्रह डोली मंगलवार को मुखबा गांव से अभिजीत मुहूर्त में 11:57 बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। डोलियों के साथ ढोल-दमाऊं और सेना के बैंड की मधुर धुनों पर मां गंगा को विदाई दी गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बेटी की तरह भावभीनी विदाई देते हुए कल्यो और फाफरे का भोग अर्पित किया।
मंगलवार रात मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में विश्राम करेगी। बुधवार सुबह अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के साथ डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी। वहां ठीक 10:30 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गंगोत्री धाम के कपाट छह माह के लिए श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिए जाएंगे।
गंगोत्री बाजार पूरी तरह सज चुका है और यात्रियों के स्वागत हेतु समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं। समेश्वर देवता की देवडोली भी मां गंगा के साथ धाम तक जाएगी।
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