Kedarnath
केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट हुए बंद, अब शीतकालीन गद्दीस्थल पर होंगे दर्शन

केदारनाथ धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। भैया दूज के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चारण और परंपरागत विधि-विधान के साथ केदारनाथ के कपाट बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही मां यमुना के धाम यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
भैया दूज के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुभ मुहूर्त में बाबा केदार के धाम केदारनाथ के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। सुबह 8:30 बजे बाबा की पंचमुखी डोली जैसे ही मंदिर से बाहर निकली तो पूरी केदारपुरी “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान सीएम धामी के साथ ही हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
शुभ मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट हुए बंद
आज भाईदूज के पावन पर्व पर मां यमुना के धाम यमुनोत्री धाम के कपाट छह महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं। धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की डोली खरसाली गांव के लिए रवाना हो गई है। शीतकाल में अगले छह महीने मां यमुना खरसाली गांव में दर्शन देंगी।
Kedarnath
चारधाम यात्रा: 12 दिनों में 5.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 27 लाख से पार पहुंचा पंजीकरण |

उत्तराखंड : उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। मौसम की चुनौतियों के बावजूद केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धामों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पर्यटन विभाग के अनुसार, 30 अप्रैल से 11 मई तक चारों धामों में 5.50 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

केदारनाथ धाम में अब तक सबसे अधिक 2.27 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं, जहां प्रतिदिन करीब 19 से 20 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बदरीनाथ धाम में 1.17 लाख, गंगोत्री में 94,251 और यमुनोत्री में 1.13 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। इस दौरान यात्रा के लिए पंजीकरण का आंकड़ा भी 27 लाख के पार पहुंच गया है।
#ChardhamYatra #Kedarnath #Badrinath #Yamunotri #Gangotri #Uttarakhand #SpiritualJourney #Pilgrimage #Himalayas #CharDham2025 #Devbhoomi #IncredibleIndia #FaithAndDevotion
Kedarnath
हर दिन 140 श्रद्धालु ही जा पायेंगे रुद्रनाथ यात्रा , ऐसे होगा समय निर्धारित |

उत्तराखंड : रुद्रनाथ यात्रा को लेकर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने अधिकारियों और हकहकूकधारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया की रुद्रनाथ यात्रा पर हर दिन दो बजे तक अधिकतम 140 श्रद्धालु ही जा सकेंगे। यात्रा के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरह से परमिट दिए जाएंगे।
वहीं जिलाधिकारी द्वारा बैठक में वन विभाग को पैदल मार्ग के सुधारीकरण और मार्ग पर साइनबोर्ड व रिफ्लेक्टर लगाने के निर्देश दिए गए और रुद्रनाथ मंदिर में रोटेशन पर एक पुलिस कर्मी और एक होमगार्ड कर्मी की तैनाती के निर्देश भी दिए . साथ ही स्वास्थ्य विभाग को वॉलिंटियर तैनात करते हुए उसे फर्स्ट एड व ऑक्सीजन सिलिंडर यूज करने का प्रशिक्षण भी दिया जाए।
सुचना के अनुसार यात्रा मार्ग पर बीएसएनएल की कनेक्टिविटी की व्यवस्था के भी निर्देश जारी किये गए । डीएम ने संबंधित विभागों और यात्रा से जुड़ी समितियों को समन्वय बनाकर काम करने को कहा, जिससे यात्रा को सुगमता से संचालित किया जा सके |
Kedarnath
छः से दस फीट काटी गई बर्फ , केदारनाथ पैदल मार्ग धाम तक आवाजाही के लिए खुला |

उत्तराखंड : हिमखंड आने से बंद गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग धाम तक आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। हिमखंड जोन में छह से दस फीट तक बर्फ काटकर रास्ता बनाया गया है. मार्ग को घोड़ा-खच्चरों के सुरक्षित किया जा रहा है, जिससे जल्दी ही धाम तक सामान ढुलान हो सके। केदारनाथ पैदल मार्ग हिमखंड आने के कारन बंद था , जिसके बाद केदार धाम यात्रा के लिए छः से दस फीट बर्फ काटकर आवाजाही के लिए मार्ग खोल दिया गया है |
सुचना के मुताबिक , बुधवार देर शाम को मजदूर लिनचोलीसे छानी कैंप और छानी कैंप से रुद्रा प्वाइंट तक बर्फ हटाते हुए केदारनाथ तक पहुंच गए थे। लोक निर्माण विभाग के 70 मजदूरों की ओर से बर्फ प्रभावित क्षेत्र में रास्ते दुरुस्त किए जा रहे हैं। हिमखंड जोन और फिसलन वाली जगहों पर सुरक्षा के लिए मिट्टी व पत्थर का उपयोग किया जा रहा है। वहीं लोक निर्माण विभाग के 70 मजदूरों की ओर से बर्फ प्रभावित क्षेत्र में रास्ते दुरुस्त किए जा रहे हैं। हिमखंड जोन और फिसलन वाली जगहों पर सुरक्षा के लिए मिट्टी व पत्थर का उपयोग किया जा रहा है।
Uttarakhand16 hours agoदेहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – जानिए उत्तराखंड की राजधानी की खूबसूरती…
Breakingnews17 hours agoट्रैवलर्स का फेवरेट बना मसूरी का ये छुपा मंदिर, इतिहास, मान्यताएं और कैसे पहुंचें, यहां जानें सब कुछ
big news13 hours agoदुनिया के आखिरी छोर पर भारत का नाम, उत्तराखंड की Kavita Chand ने अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया तिरंगा
big news20 hours agoखिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी हल्द्वानी में 2026- 27 से शैक्षणिक सत्र हो जाएगा शुरू
big news19 hours agoपहले युवक को होटल में ले गए, फिर किया चाकू से हमला और हो गए फरार, फिर…
धर्म-कर्म17 hours agoसफला एकादशी का व्रत रखने से पूरी होंगी मनोकामनाएं , ऐसे करें व्रत का पारण…
Uttarakhand13 hours agoPRSI राष्ट्रीय अधिवेशन में एआई, साइबर क्राइम और संचार पर अहम् चर्चा
Uttarakhand12 hours agoRoorkee से अफगान नागरिक गिरफ्तार, चार साल पहले खत्म हो चुका था वीजा












































