Delhi
ब्रेकिंग: मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में आयोजित बोर्ड ऑफ ट्रेंड की बैठक में किया प्रतिभाग।
नई दिल्ली – केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में नई दिल्ली में बोर्ड ऑफ ट्रेंड की बैठक में प्रदेश के कृषि कृषक कल्याण एवं सैनिक कल्याण ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड राज्य का प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को भगवान बद्रीनाथ मंदिर का प्रतीक चिन्ह और उत्तराखंड की लोक कला ऐपण की कलाकृति भेंट किया। बैठक में बोर्ड ऑफ चेयरपर्सन केंद्रीय मंत्री वाणिज्य एवं पीयूष गोयल के अलावा विभिन्न राज्यों के मंत्रीगण भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग सचिव, नीति आयोग, आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारी सहित कई लोग मौजूद रहे।
बैठक में भारत सरकार द्वारा गठित बोर्ड आफ ट्रेड की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की विभिन्न पहलों पर चर्चा की गई। तथा राज्य सरकारों की निर्यात प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने हेतु सहयोग के सुदृढ क्षेत्रों की पहचान करने के लिए जो परिचर्चा रखी गई है। जिसमे उत्तराखण्ड राज्य का प्रतिनिधित्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया। बैठक के दौरान मंत्री जोशी ने कहा कि सभी राज्यों को डोमेटिक मैन्युफैक्चरिंग एवं निवांत के क्षेत्र में सक्रिय भागीदार बनाने की दिशा में जो पहल विगत दो वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में की गई है वह अभूतपूर्व है। उत्तराखंड जैसे छोटे, नये एवं विपरीत भौगोलिक परिस्थिति वाले राज्यों के जनपदों को विनिर्माण एवं निर्यात हब बनाने की दिशा में कार्य करने के लिये एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।

राज्य के सभी 13 जिलों में DGFT के सहयोग से कार्यवाही पूर्ण कर ली है, राज्य द्वारा एक जिला दो उत्पाद योजना प्रख्यापित की गई है जिसके तहत राज्य के प्रत्येक जनपद से दो उत्पादों का चयन किया गया है। मंत्री जोशी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य से निर्यात की अपार संभावनाएं हैं, राज्य के निर्यातकों द्वारा विगत तीन वर्षों में कुल 46444 करोड़ रुपये के वस्तु एवं सेवाओं का निर्यात विभिन्न देशों को किया गया। उत्तराखंड से निर्यात में योगदान देने वाले प्रमुख क्षेत्र फार्मास्यूटिकल्स, इंजीनियरिंग (ऑटोमोबाइल शामिल हैं), प्लास्टिक कृषि एवं सह कृषि हैं। हमारा लक्ष्य 30,000 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं के निर्यात को प्राप्त करना है जिसके लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
मंत्री जोशी ने अनुरोध किया कि देहरादून में डीजीएफटी के क्षेत्रीय कार्यालय के साथ-साथ एक एक्सपोर्ट प्रमोशन सेल भी गठित की जाए, जिसमें फियो, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अधिकारी निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपलब्ध रहें। जनपद स्तर पर निर्यात सम्बन्धी प्रक्रिया की तकनीकी जानकारी का अभाव उत्पादकों एवं इससे संबंधित अधिकारियों में है, मंत्री ने अनुरोध करते हुए कहा कि डीजीएफटी द्वारा राज्य के सभी 13 जनपदों में एक्सपोर्ट अवेयरनेस सेमिनार आयोजित किये जायें और निर्यात संबंधी तकनीकी जानकारी जनपदों को उपलब्ध कराई जाए। राज्य सरकार द्वारा देहरादून हवाई अड्डे को लम्बे समय से अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में उच्चीकृत करने की मांग की जा रही है। राज्य के व्यक्तियों का खाड़ी देशों में निरंतर आना-जाना होता है देहरादून से सिंगापुर तथा संयुक्त अरब अमीरात के लिये सीधी उड़ान सेवा आरम्भ करने से राज्य के पर्यटन एवं निर्यात में निश्चित ही वृद्धि होगी।
राज्य में पुष्पकृषि मशरूम तथा अन्य फल एवं सब्जियों के निर्यात बढ़ाये जाने की पर्याप्त संभावनाएं हैं। अतः राज्य में एयर कार्गो सेवा शुरू करवाने का कष्ट करें जिससे इस क्षेत्र के निर्यात को निश्चित ही प्रोत्साहन मिलेगा। लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया बनबसा को एक इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट में अपग्रेड किया गया है, मंत्री जोशी ने अनुरोध किया कि प्रोजेक्ट पर त्वरित गति से कार्य किया जाए, यह नेपाल के साथ हमारे व्यापार संबंधों को मजबूत करेगा और चंपावत के सीमावर्ती जिले से प्रवासन की समस्या को भी कम करेगा।
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Sanchar Saathi : क्या है संचार साथी एप ?, जिसे लेकर देश में मचा घमासान, जानें कैसे करेगा काम

Sanchar Saathi : देश में बीते कुछ दिनों से संचार साथी एप को लेकर घमासान मचा हुआ है। सरकार जहां इसे हर मोबाइल में इंस्टॉल करवाना चाहती थी तो वहीं विपक्ष ने इसका पुरजोर विरोध किया। विपक्ष ने इसे केंद्र सरकार का जासूसी का एक तरीका बताया। देशभर में भारी विरोध के बाद सरकार ने Sanchar Saathi को प्री-इंस्टॉल करने का अपना फैसला वापस ले लिया है। जिसके बाद हर कोई ये जानना चाहता है कि ये एप क्या है और कैसे काम करेगा ?, तो आईए हम आपको देते हैं इसके बारे में हर जानकारी।
क्या है Sanchar Saathi एप ?
दूरसंचार विभाग के मुताबिक संचार साथी डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन्स की एक नागरिक केंद्रित पहल है। जिसका उद्देश्य मोबाइल सब्सक्राइबर्स को मजबूत बनाना, उनकी सुरक्षा को मजबूत करना है। इसके साथ ही सरकार की नागरिक को लिए की जाने वाली पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी इसका मकसद है। आपको बता दें कि संचार साथी ऐप और वेब पोर्टल के रूप में उपलब्ध है। जो कि कीप योरसेल्फ अवेयर सुविधा एंड यूजर सिक्योरिटी, टेलीकॉम और इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी से जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर लेटेस्ट अपडेट के साथ जागरूकता सामग्री भी देता है।

संचार साथी को लेकर देश में मचा घमासान
आसान भाषा में बात करें तो संचार साथी को सरकार साइबर फ्रॉड से बचाने का एक टूल बता रही है। सरकार का कहना है कि अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इस एप के जरिए फोन को आसानी से ट्रेक किया जा सकता है। इसके साथ ही ये एप इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी नंबर (आईएमईआई) के माध्यम से लोगों को मोबाइल हैंडसेट की वास्तविकता जांचने में भी सक्षम बनाता है। अगर आपको अपने साथ साइबर फ्रॉड होने का शक भी होता है तो आप इस एप पर रिपोर्ट कर सकते हैं।

लेकिन जहां एक ओर सरकार इसे बहुत ही फायदेमंद बता रही है तो वहीं विपक्ष इसे जासूसी का टूल बता रहा है। विपक्ष का कहना है कि संचार साथी के माध्यम से बीजेपी सरकार जासूसी करना चाहती है। बता दें कि सरकार ने संचार साथी को प्री-इंस्टॉल करने के साथ ही इसे डिसेबल या डिलीट ना करने का आदेश दिया था और इसी को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा है। भारी विरोध के बाद आखिरकार सरकार को अपना कदम पीछे लेना पड़ा। केंद्र सरकार ने मोबाइल फोन पर ‘संचार साथी’ एप के प्री-इंस्टॉलेशन (पहले से डाउनलोड) के फैसले को वापस ले लिया है।
अब तक 1.40 करोड़ कर चुके हैं डाउनलोड
प्री-इंस्टॉलेशन की अनिवार्यता खत्म करने को लेकर दूरसंचार विभाग का बयान भी सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि संचार साथी एप की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सरकार ने मोबाइल बनाने वाली कंपनी के लिए प्री-इंस्टॉलेशन की अनिवार्यता खत्म कर दिया है। उनका कहना है कि बुधवार दोपहर 12 बजे तक 1.40 करोड़ डाउनलोड हो चुके हैं। दो दिन में अपनी मर्जी से एप डाउनलोड करने वालों की संख्या में 10 गुना बढ़ोतरी हुई है। विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि संचार साथी एप से जासूसी करना न तो संभव है, न ही जासूसी होगी।
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उत्तराखंड को बड़ी सौगात, कृषि मंत्री गणेश जोशी के आग्रह पर जल्द राज्य में खुलेगी खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के टेस्टिंग लैब

कैबिनेट मंत्री जोशी ने किया नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित बोर्ड ऑफ ट्रेड बैठक में प्रतिभाग
उत्तराखंड को बड़ी सौगात, कृषि मंत्री गणेश जोशी के आग्रह पर जल्द राज्य में खुलेगी खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के टेस्टिंग लैब
मंत्री जोशी ने केंद्रीय मंत्री का राज्य को टेस्टिंग लैब की स्वीकृति प्रदान करने के लिए जताया आभार
नई दिल्ली: कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली में वाणिज्य भवन में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित बोर्ड ऑफ ट्रेड बैठक में प्रतिभाग किया।
बैठक के दौरान कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड के निर्यात क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियों को रखते हुए मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के परीक्षण के लिए एपिडा की परीक्षण प्रयोगशाला को उत्तराखंड में स्थापित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यदि राज्य में ही जांच सुविधा उपलब्ध हो जाए, तो कृषि उत्पादों की निर्यात गुणवत्ता और विश्वसनीयता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से अनुरोध करते हुए कहा कि राज्य में अभी तक विदेशी बाजारों में निर्यात होने वाले उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप जांच के लिए कोई उन्नत टेस्टिंग लैब उपलब्ध नहीं है। विशेष रूप से फल, सब्जी और अन्य खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के परीक्षण के लिए आधुनिक लैब न होने से निर्यात प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब होता है और किसानों व निर्यातकों को चंडीगढ़, लखनऊ, गाजियाबाद सहित अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे समय और धन दोनों की हानि होती है और प्रतिस्पर्धी बाजारों में उत्तराखंड के उत्पादों को अतिरिक्त चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
कृषि मंत्री गणेश जोशी के इस अनुरोध को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बैठक में उपस्थित एपिडा अधिकारियों को तुरंत निर्देशित किया कि उत्तराखंड को आयात–निर्यात प्रक्रिया में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए टेस्टिंग लैब की स्वीकृति प्रदान की जाए। मंत्री गणेश जोशी ने इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का आभार जताते हुए कहा कि इससे कृषक उत्पादों, विशेषकर फलों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बड़ा लाभ मिलेगा।
नई दिल्ली में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित बोर्ड ऑफ ट्रेड बैठक में मंत्री जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रतिनिधि के रूप में प्रतिभाग कर कहा कि राज्य में निर्यात प्रोत्साहन नीति 2021 लागू है, जिसका लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में निर्यात को 15,000 करोड़ से बढ़ाकर 30,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। वर्तमान में उत्तराखंड से मुख्य रूप से फार्मा, प्लास्टिक, केमिकल एवं ऑटोमोबाइल उत्पादों का UAE, USA और सिंगापुर सहित अन्य देशों को निर्यात किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि पंतनगर और काशीपुर में दो ICD संचालित हैं तथा हरिद्वार में एक नया ICD निर्माणाधीन है। निर्यात नीति 2021 और लॉजिस्टिक नीति 2023 ने राज्य की निर्यात क्षमता को मजबूत आधार प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया अंब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ हिमालयास” उत्तराखंड के कृषि एवं उद्यानिकी उत्पादों को वैश्विक बाजार में नई पहचान दे रहा है।
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दुबई एयर शो में तेजस एयर क्राफ्ट क्रैश, हादसे में पॉयलेट की मौत
दुबई/नई दिल्ली: दुबई एयर शो से एक निराशाजनक खबर सामने आयी है। एयर शो में डेमोंस्ट्रेशन में हिस्सा ले रहा एक तेजस प्लेन क्रैश हो गया। तेजस के क्रैश होने की जानकारी न्यूज एजेंसी AP के हवाले से आई है। HAL का बना यह प्लेन स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 2 बजकर 10 मिनट पर एक बड़ी भीड़ के सामने एयर शो करते समय क्रैश हुआ। हादसे में पायलट की मौत हो गई है।
एयरपोर्ट के पास क्रैश साइट से घना काला धुआं उठता देख, दर्शकों में सनसनी फ़ैल गई। अब तक इस पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है कि पॉयलेट क्रैश होने से पहले इमरजेंसी इजेक्ट करने में कामियाब रहा या नहीं। घटना के बाद इमरजेंसी टीम मौके पर पहुंची लेकिन अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
विमान हवा में शानदार मोड़ ले रहा था, तभी अचानक उसने नियंत्रण खो दिया। कुछ ही सेकंड में तेजस नीचे झुकता दिखा और सीधा जमीन की ओर बढ़ गया। उसके टकराते ही जोरदार धमाका हुआ और अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ऊपर काले धुएं का गुबार उठ गया।
दुर्घटना पर इंडियन एयर फाॅर्स
“आज दुबई एयर शो में एरियल डिस्प्ले के दौरान IAF तेजस एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में पायलट को जानलेवा चोटें आईं. इंडियन एयर फोर्स को जान के नुकसान पर गहरा दुख है और वह इस दुख की घड़ी में दुखी परिवार के साथ खड़ी है. हादसे का कारण पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बनाई जा रही है.”
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