Chamoli
जालसाजी का पर्दाफाश : चमोली पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक बने आरोपी को किया गिरफ्तार….

चमोली : चमोली पुलिस ने फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले आरोपी शिक्षक शिव कुमार सैनी को गिरफ्तार किया। यह मामला उस समय उजागर हुआ जब जिला शिक्षा अधिकारी गोपेश्वर, धर्म सिंह रावत ने 8 जनवरी 2025 को थाना गोपेश्वर में शिकायत दर्ज करवाई कि शिव कुमार सैनी, सहायक अध्यापक, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेहलचौरी, विकास खण्ड गैरसैंण, ने शैक्षिक प्रमाण पत्रों में छेड़छाड़ करके और फर्जी शैक्षिक अंक पत्र के आधार पर सरकारी सेवा में नियुक्ति प्राप्त की।
शिकायत के आधार पर थाना गोपेश्वर में तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस अधीक्षक चमोली, सर्वेश पंवार के निर्देश पर एक टीम गठित की गई। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी ने वर्ष 2008 में शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षक के पद पर गैरसैण, चमोली में नौकरी प्राप्त की थी। विभागीय जांच में यह मामला सामने आने के बाद आरोपी को बर्खास्त कर दिया गया था।
विवेचना के दौरान यह जानकारी भी सामने आई कि आरोपी ने 1989 में अपने इंटरमीडिएट का शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनवाया था, जिसका इस्तेमाल करते हुए उसने नौकरी हासिल की थी। पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों और संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी है।
गोपेश्वर पुलिस द्वारा की गई जांच और सर्विलांस सेल चमोली द्वारा मिली सटीक सूचना पर पुलिस टीम ने 5 जनवरी 2025 को आरोपी शिव कुमार सैनी को रुड़की, हरिद्वार के शिवपुरम पनियाला रोड से गिरफ्तार किया। फिलहाल, पुलिस आरोपी के फर्जी प्रमाण पत्रों और अर्जित संपत्तियों की जांच कर रही है।
Chamoli
उत्तराखंड: ग्रामीणों ने रेलवे निर्माण कार्य रोका, जानिए वजह

चमोली: चमोली के सिवाई के मेठाणा तोक गांव के अनुसूचित जाति के ग्रामीणों ने रविवार को रेलवे टनल निर्माण का काम रोक दिया। उन्होंने टनल के बाहर धरना देकर अपनी मांगें रखीं।
ग्रामीणों ने कहा कि रेलवे काम के कारण उनकी जमीन ली गई है और सुरंग में हो रहे विस्फोट से उनके घरों में दरारें पड़ गई हैं। उन्होंने रोजगार, मंदिर निर्माण, सूखे जल स्रोतों की समस्या और घरों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार स्थानीय लोगों को रोजगार देने की बात करती है, लेकिन कंपनी ने गांव से सिर्फ दो लोगों को ही काम दिया है। साथ ही उनका पुराना मंदिर अभी तक नहीं बना। कई बार अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई…इसलिए उन्होंने आंदोलन शुरू किया है।
रेलवे अधिकारियों ने बातचीत की कोशिश की…लेकिन ग्रामीणों ने नहीं मानी और अपना प्रदर्शन जारी रखा।
Chamoli
पैरों में प्लास्टिक के डब्बे, दिल में पहाड़ों से ऊंचा हौसला…ये है कमांडर सुरेंद्र की कहानी

कर्णप्रयाग (चमोली): अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी कमजोरी रास्ता नहीं रोक सकती। चमोली जिले के सिमली राड़खी गांव के रहने वाले सुरेंद्र लाल ने इसे सच कर दिखाया है। पोलियो से ग्रसित होने के बावजूद उन्होंने अपनी दिव्यांगता को कभी भी अपने सपनों के आगे आने नहीं दिया।
पैरों में प्लास्टिक के डिब्बे बांधकर जब सुरेंद्र मंच पर लोक गीतों की प्रस्तुति देते हैं…तो दर्शक केवल उनकी कला में नहीं उनके हौसले में खो जाते हैं।
बचपन में ही सहा दुख, लेकिन नहीं हारा मन
सुरेंद्र की जिंदगी की राह आसान नहीं रही। जब वह केवल पांच साल के थे उनकी मां का निधन हो गया। जन्म से ही पैरों से दिव्यांग होने की वजह से उनका बचपन और भी चुनौतीपूर्ण रहा। पिता ने गरीबी में जैसे-तैसे सुरेंद्र और उनकी दो बहनों का पालन-पोषण किया।
लेकिन सुरेंद्र के भीतर कुछ अलग करने का जुनून था। 1996 में ‘लोक जागृति विकास संस्था’ से जुड़कर उन्होंने लोक कला की दुनिया में कदम रखा। उसी साल उन्होंने पहली बार गौचर मेले में प्रस्तुति दी…जिसमें लोक गायक विनोद सकलानी के प्रसिद्ध गीत “चली कमांडर धका धक गढ़वाल मा…” पर जब उन्होंने प्रस्तुति दी, तो दर्शकों ने उन्हें “कमांडर” नाम दे दिया…जो आज भी उनके नाम के साथ जुड़ा हुआ है।
सम्मान और सफर
सुरेंद्र ‘कमांडर’ अब तक दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में मंचों पर प्रस्तुति दे चुके हैं। वर्ष 2008 में ‘उत्तराखंड वॉयस’ पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया गया…जो प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना चौहान द्वारा दिया गया।
वे केवल लोक नर्तक और गायक ही नहीं बल्कि एक बेहतरीन ढोल वादक भी हैं। लोक जागृति विकास संस्था से जुड़े जीतेन्द्र कुमार ने कहा कि सुरेंद्र कमांडर प्रतिभा के धनी हैं उनकी कला में जुनून और आत्मा दोनों नजर आता है।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
सुरेंद्र कमांडर की कहानी हमें यह सिखाती है कि शारीरिक सीमाएं केवल शरीर तक सीमित होती हैं…अगर मन ठान ले तो रास्ते खुद बनते जाते हैं। एक छोटे से गांव का लड़का, जो पैरों में डब्बे लगाकर चलता है आज हजारों लोगों के दिलों पर राज करता है…यह किसी चमत्कार से कम नहीं।
Chamoli
हेमकुंड साहिब के कपाट विधिवत हुए बंद, इस बार इतने लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

चमोली: हिमालय की गोद में बसे आस्था और श्रद्धा के केंद्र श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आज शीतकाल के लिए विधिवत रूप से दोपहर 1:30 बजे बंद कर दिए गए। भारी बर्फबारी और कठिन मौसम की स्थिति को देखते हुए हर वर्ष की तरह इस बार भी यह धार्मिक स्थल सर्दियों में श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। कपाट बंद होने के दौरान करीब 4,000 श्रद्धालु इस पावन क्षण के साक्षी बने।
इसके साथ ही गुरुद्वारे के समीप स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए। दोनों धार्मिक स्थलों पर शबद कीर्तन, सुखमणि साहिब का पाठ और अंतिम अरदास के साथ कपाट बंद किए गए। सेना के बैंड की मधुर धुनों और श्रद्धा से ओत-प्रोत माहौल ने इस पल को अविस्मरणीय बना दिया।
इस साल की हेमकुंड यात्रा 25 मई से शुरू हुई थी और आज 10 अक्टूबर को समापन हुआ। इन 139 दिनों में 2 लाख 75 हजार से अधिक श्रद्धालु गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब पहुंचे और मत्था टेका। यह संख्या अब तक के सबसे अधिक दर्शन करने वालों में गिनी जा रही है।
हेमकुंड साहिब केवल सिखों के लिए ही नहीं…बल्कि हिंदू श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है। यहां गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के साथ-साथ लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी स्थित है, जो दोनों धर्मों के बीच गहरे आध्यात्मिक संबंध का प्रतीक है।
15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब साल के लगभग 7–8 महीने बर्फ से ढका रहता है। बीते दिनों यहां भारी बर्फबारी हुई थी…लेकिन आज कपाट बंद होने के मौके पर मौसम ने भी श्रद्धालुओं का साथ दिया—बर्फीली घाटी, बादलों की ओट से झांकती धूप और पहाड़ियों की सफेद चादर ने माहौल को अलौकिक बना दिया।
हेमकुंड’ संस्कृत शब्दों ‘हेम’ (बर्फ) और ‘कुंड’ (ताल) से बना है..जिसका अर्थ है ‘बर्फ का तालाब’। इसी झील के किनारे पर गुरु गोविंद सिंह जी की तपोस्थली मानी जाने वाली यह दिव्य जगह स्थित है। पास ही स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी हिंदू आस्था का प्रमुख स्थल है।
इस वर्ष की यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह, प्रकृति की चुनौतियों के बावजूद अद्भुत देखने को मिला। अब यह पावन स्थल अगले वर्ष मई 2026 में कपाट खुलने के साथ फिर से भक्तों का स्वागत करेगा।
- Accident2 years ago
सिल्क्यारा टनल हादसा: सीएम धामी ने की प्रेसवार्ता दी रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी।
- Breakingnews2 years ago
देहरादून पहुँचे बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, सीएम धामी ने किया स्वागत।
- Uttar Pradesh5 years ago
उत्तर प्रदेश बोर्ड : 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 05 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं छात्र….
- Haryana2 years ago
नायब सिंह सैनी को बनाया गया हरियाणा का नया सीएम, सैनी ने पीएम मोदी का जताया आभार…पूर्व सीएम के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा हुई तेज।
- Breakingnews3 years ago
बरातियों से भरी मैक्स सड़क से 70 मीटर नीचे खेतों जा गिरी, 2 की मौत 10 घायल।
- Crime2 years ago
पूर्व विधायक किन्नर महिला के ग्रुप की ऑटो चालक ने की बीच सड़क पर पिटाई, वीडियो वायरल।
- Breakingnews5 years ago
23 जनवरी को पीएम मोदी जाएंगे कोलकाता , ‘पराक्रम दिवस’ समारोह को करेंगे संबोधित…..
- Breakingnews5 years ago
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को दी मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं…..