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एक लाख करोड़ का बजट पास, उत्तराखंड विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित…

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में शनिवार को जारी बजट सत्र के पांचवे दिन सरकार ने 29 विभागों के बजट को पास करवाया। इस दौरान विनियोग विधेयक के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विभागों पर विस्तार से चर्चा हुई। विपक्षी विधायकों ने कई विभागों की खराब कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और इन विभागों के बजट में कटौती का प्रस्ताव रखा। हालांकि, सरकार के पास बहुमत होने के कारण किसी भी प्रस्ताव पर विपक्ष अपनी मांग को पूरा नहीं कर सका।
सदन में विनियोग विधेयक पारित होने के साथ ही राज्य सरकार का वार्षिक बजट 2025-26 भी पास हो गया। इसके साथ ही 29 विभागों के बजट भी पास किए गए। विभिन्न विभागों को मिलने वाली बजट राशि इस प्रकार है:
- निर्वाचन विभाग: ₹81 करोड़ 62 लाख
- वित्त, कर, नियोजन, सचिवालय और अन्य सेवाएं: ₹18190 करोड़ 74 लाख
- सहकारिता विभाग: ₹161 करोड़ 46 लाख 62 हजार
- सिंचाई और बाढ़: ₹1897 करोड़ 73 लाख
- पर्यटन विभाग: ₹478 करोड़ 76 लाख
- औद्यानिक विकास: ₹653 करोड़ 07 लाख
- शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण और संस्कृति: ₹11909 करोड़ 19 लाख
- वन विभाग: ₹1114 करोड़ 83 लाख
- जलापूर्ति, आवास एवं नगर विकास: ₹3967 करोड़ 03 लाख
- कृषि और अनुसंधान: ₹1259 करोड़ 94 लाख 66 हजार
- चिकित्सा एवं परिवार कल्याण: ₹4292 करोड़ 95 लाख 35 हजार
- ग्राम्य विकास: ₹2856 करोड़ 02 लाख 02 हजार
- लोक निर्माण विभाग (PWD): ₹2882 करोड़ 08 लाख 20 हजार
- पशुपालन विभाग: ₹932 करोड़ 94 लाख 22 हजार
- श्रम और रोजगार विभाग: ₹508 करोड़ 89 लाख 44 हजार
- राज्य सरकार की विकास योजनाएं: ₹2682 करोड़ 91 लाख 72 हजार
- खाद्य विभाग: ₹937 करोड़ 54 लाख 90 हजार
- विधानसभा खर्चे: ₹106 करोड़ 94 लाख
- मंत्रिमंडल खर्च: ₹101 करोड़ 42 लाख
- न्याय प्रशासन: ₹521 करोड़ 67 लाख
- राजस्व और सामान्य प्रशासन: ₹2500 करोड़
- आबकारी विभाग: ₹45 करोड़ 82 लाख
- लोकसेवा आयोग: ₹33 करोड़ 93 लाख
- पुलिस और जेल: ₹3003 करोड़ 70 लाख
- सूचना विभाग: ₹406 करोड़ 46 लाख
- ऊर्जा विभाग: ₹1659 करोड़ 59 लाख
- उद्योग विभाग: ₹515 करोड़ 7 लाख
- परिवहन विभाग: ₹396 करोड़ 94 लाख
- अनुसूचित जनजातियों के लिए: ₹2555 करोड़ 93 लाख
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सीएम धामी का स्वतंत्रता दिवस पर बड़ा ऐलान: स्कूलों से लेकर सैनिकों तक….जानिए 6 बड़ी घोषणाएं !

सीएम धामी का स्वतंत्रता दिवस पर बड़ा ऐलान
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड देहरादून में राज्य के मुख्य कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया एवं फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक अजय प्रकाश अंशुमान को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया। सेवा के आधार पर मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक से श्वेता चौबे, सेनानायक आईआरबी द्धितीय देहरादून, योगेश चन्द्र पुलिस उपाधीक्षक, विपिन चन्द्र पाठक, निरीक्षक नागरिक पुलिस, नरेन्द्र सिंह बिष्ट, निरीक्षक नागरिक पुलिस, राकेश चन्द्र भट्ट, उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, अजय प्रकाश सेमवाल, लीडिंग फायरमैन और सुनीत कुमार, मुख्य आरक्षी को सम्मानित किया गया।
विशिष्ट कार्य के लिए मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक से शेखर चन्द्र सुयाल , अपर पुलिस अधीक्षक, राजेन्द्र सिंह खोलिया, निरीक्षक नागरिक पुलिस, कैलाश चन्द्र भटट्, निरीक्षक नागरिक पुलिस, मनोहर सिंह रावत, उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, ओमकान्त भूषण,उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, दीपक कुमार, अपर उप निरीक्षक नागरिक पुलिस, गोपाल राम मुख्य आरक्षी, अमरजीत, आरक्षी और राहुल, आरक्षी को सम्मानित किया गया गया। विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों प्रिया राणा, मनीषा चौहान, राहुल सरनालिया, अमीषा चौहान विशम कश्यप, अमित बेलवाल और महक चौहान को भी मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए राज्यहित में 06 घोषणाएं की।
1. राज्य के उन विद्यालयों में, जहाँ मिड-डे मील योजना के तहत भोजन बनाने के लिए गैस सिलेंडर और चूल्हा उपलब्ध नहीं हैं, वहाँ राज्य सरकार द्वारा दो गैस सिलेंडर और एक चूल्हा उपलब्ध कराया जाएगा।
2. राज्य के अंतर्गत उन विधानसभा क्षेत्रों में, जहाँ पेयजल आपूर्ति में कठिनाई है, वहाँ प्रत्येक क्षेत्र में 10-10 हैंडपंप स्थापित किए जाएंगे।
3. ग्राम चौकीदार एवं ग्राम प्रहरी के मानदेय में एक हजार रुपए की वृद्धि की जाएगी।
4. सैनिक कल्याण विभाग के अंतर्गत कार्यरत ब्लॉक प्रतिनिधियों के मानदेय में दो हजार रुपए की वृद्धि की जाएगी।
5. राज्य में दूरस्थ व रोजगार मूलक उच्च शिक्षा के समग्र विकास और प्रचार-प्रसार के लिए जनपद स्तर पर राज्य सरकार द्वारा विशेष शैक्षणिक केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनका संचालन व समन्वय उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा।
6. ’गंगोत्री ग्लेशियर सहित प्रदेश के अन्य हिमालयी ग्लेशियर एवं उनके समीपवर्ती क्षेत्रों का नियमित अध्ययन कराया जाएगा,साथ ही प्रीडेक्टिव और प्रोएक्टिव आपदा प्रबंधन हेतु आपदा प्रबंधन विभाग को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वीर बलिदानियों और स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण किया और उत्तराखंड राज्य स्थापना के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सभी आंदोलनकारियों को नमन किया। उन्होंने उत्तरकाशी के धराली सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आई प्राकृतिक आपदाओं में प्रभावित हुए सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की कठिन परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने तत्परता, समर्पण और साहस के साथ राहत एवं बचाव का कार्य किया, इसके लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास कार्यों को पूरी संवेदना के साथ और तेज गति से किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की 78 वर्षों की गौरवपूर्ण यात्रा में देशवासियों के अदम्य साहस, अटूट समर्पण और निरन्तर परिश्रम के बल पर हमारा राष्ट्र अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, वर्ष 2047 तक भारत पूर्ण विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित होने के संकल्प के साथ, तीव्र गति से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आज भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। रक्षा, विज्ञान, तकनीकी कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर हर क्षेत्र में देश तेजी से कार्य हो रहे हैं। वैश्विक स्तर पर भारत एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना का मनोबल बढ़ाने के साथ ही देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की शक्ति और सामर्थ्य को पूरी दुनिया ने देखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। राज्य सरकार विकसित उत्तराखंड के मंत्र के साथ राज्य को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को बेहतर बनाने का कार्य किया गया है। 30 से अधिक क्षेत्रों में विशिष्ट नीतियो के द्वारा उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास का एक विस्तृत रोडमैप तैयार कर राज्य में कई नई योजनाओं को लागू किया है। प्रदेश धार्मिक पर्यटन, वेलनेस टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म ,फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन और वेडिंग डेस्टिनेशन के क्षेत्र में देश के एक विशिष्ट हब के रूप में तेजी से उभर रहा है। राज्य में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उद्यमियों के साथ 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए गये। डेढ़ वर्ष में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल रहे हैं। किच्छा खुरपिया फार्म में हजार एकड़ से अधिक भूमि पर एक स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित करने की दिशा में भी कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में स्टार्टअप के अनुकूल इकोसिस्टम को विकसित करने के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर बनाने के साथ ही 200 करोड़ के वेंचर फण्ड की भी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार देवभूमि को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। राज्य में ग्रीन गेम्स की थीम पर आयोजित राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड ने 103 पदक जीतकर 7वां स्थान प्राप्त कर एक नया इतिहास रचा। खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार राज्य में स्पोर्ट्स लीगेसी प्लान भी लागू करने जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के 8 शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित की जाएंगी। प्रदेश को योग एवं अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में नई योग नीति लागू की है। प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक ’’स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन’’ की स्थापना की जा रही है। “हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड राज्य के सभी आर्गेनिक उत्पादों को एक छत के नीचे लाने में कारगर सिद्ध हुआ है। होम स्टे योजना के अंतर्गत प्रदेश के युवाओं ने स्वरोजगार के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। किसानों को तीन लाख रूपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराने के साथ ही कृषि उपकरण खरीदेने के लिए “फार्म मशीनरी बैंक“ योजना से 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए पॉलीहाउस के निर्माण के लिए 200 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान भी किया गया है। 1200 करोड़ रुपये की लागत से नई सेब नीति, कीवी नीति, ’स्टेट मिलेट मिशन’ और ’ड्रैगन फ्रूट नीति’ जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं को राज्य में लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीर्थाटन एवं पर्यटन हमारी अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तम्भ है, इसके लिए “नई पर्यटन नीति’’ बनाई गई है। केदारखंड और मानसखंड मंदिरमाला मिशन पर तेजी से कार्य हो रहे हैं। हरिपुर कालसी में यमुना तीर्थ स्थल तथा हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर के साथ-साथ शारदा कॉरिडोर परियोजना पर भी कार्य किया जा रहा है। अपुणि सरकार पोर्टल, ई-केबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम हेल्पलाईन,1905, एंटी करप्शन हेल्पलाइन 1064, डिजिटल उत्तराखंड ऐप जैसी विभिन्न पारदर्शी व्यवस्थाओं के चलते कार्यसंस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड, वंदे भारत एक्सप्रेस, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, भारतमाला और पर्वतमाला परियोजना, अमृत योजना, ऑल वेदर रोड और उड़ान योजना जैसी महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं के माध्यम से प्रदेश के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में देश का सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद पिछले चार वर्षो में लगभग 24 हजार से अधिक युवाओं ने सरकारी नौकरियां प्राप्त की हैं। प्रदेश की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी आई है। सरकार के सतत प्रयासों से राज्य की जी.एस.डी.पी. में 1.3 गुना और प्रति व्यक्ति आय में 11.33 प्रतिशत बढोत्तरी हुई है। देश में सबसे पहले “समान नागरिक संहिता” कानून लागू करने का ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के प्रति भी सरकार पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध होकर काम कर रही है। धर्मांतरण रोधी कानून को और अधिक सख्त बनाने का निर्णय लिया है। सात हजार एकड़ से अधिक की सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। ’ऑपरेशन कालनेमि’ के माध्यम से सनातन धर्म को बदनाम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
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राज्यपाल गुरमीत सिंह ने राजभवन में ध्वजारोहण कर दी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

देहरादून: 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर आज राजभवन प्रांगण में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया, जहां राज्यपाल गुरमीत सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर राष्ट्र को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने देश और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल ने स्वतंत्रता संग्राम के सभी वीरों, अमर शहीदों और बलिदानियों को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए कहा कि उनके अदम्य साहस, त्याग और देशप्रेम के कारण ही हमें स्वतंत्र भारत का गौरव प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह दिन केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि राष्ट्र और प्रदेश के प्रति अपने दायित्वों को स्मरण करने का भी समय है।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि आज देश हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है, और यही आत्मनिर्भरता हमारे सतत विकास की नींव है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे पूरे समर्पण, निष्ठा और अटूट प्रतिबद्धता के साथ उत्तराखंड को आत्मनिर्भर, समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए एकजुट हों, ताकि हम विकास और प्रगति की नई ऊँचाइयों तक पहुँच सकें।
राज्यपाल ने इस अवसर पर मातृशक्ति और बेटियों की प्रतिभा की भी सराहना की और कहा कि समाज के हर क्षेत्र में उनकी भागीदारी और योगदान देश को मजबूत बना रहा है। उन्होंने नारी सशक्तिकरण को राष्ट्र निर्माण का अनिवार्य स्तंभ बताया।
उन्होंने कहा कि 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब हम एक विकसित राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़े होंगे। यह सपना तभी साकार होगा जब हम सभी जिम्मेदारी, ईमानदारी और नवाचार के साथ मिलकर काम करें।”
समारोह में राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी और विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में देशभक्ति का उल्लास और कृतज्ञता का भाव साफ झलकता रहा।
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मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता सेनानियों को किया नमन

देहरादून: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने ध्वजारोहण कर राष्ट्र को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि राष्ट्र हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा।
मुख्य सचिव ने कहा, “यह दिन हमें उन असंख्य बलिदानियों की याद दिलाता है, जिनकी वजह से हमें यह स्वतंत्रता मिली है। आज़ादी का यह उपहार हमें उनके त्याग, साहस और समर्पण की कहानी कहता है।”
अपने संबोधन में उन्होंने उत्तराखंड को ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प से जोड़ते हुए कहा कि यह लक्ष्य केवल एक कल्पना नहीं, बल्कि सच्चाई बनने की ओर बढ़ता हमारा प्रयास है। उन्होंने कहा कि राज्य ने बीते वर्षों में अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जो एक सशक्त उत्तराखंड की दिशा में हमारी प्रगति को दर्शाती हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षाओं के अनुरूप उत्तराखंड को मैन्युफैक्चरिंग हब, स्किल हब, आयुष प्रदेश और वैश्विक पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने पहाड़ी फसलों, मोटे अनाज और स्थानीय उत्पादों को राज्य की आर्थिकी का आधार बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन और अधिक जिम्मेदारी के साथ करें। ईमानदारी, दक्षता और नवाचार के साथ काम करते हुए हम सब मिलकर अपने राष्ट्र के सपनों को साकार कर सकते हैं।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, एल. फैनई, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव, अपर सचिव एवं सचिवालय प्रशासन के अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। समारोह में देशभक्ति का उत्साह और समर्पण का संदेश हर चेहरे पर झलकता दिखाई दिया।
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