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पाकिस्तान से वार्ता करने वाले और पत्थरबाजों का साथ देने वाली कांग्रेस को, रेवाड़ी की वीर भूमि कभी वोट नही देगी: सीएम पुष्कर सिंह धामी

मुख्यमंत्री धामी ने रेवाड़ी, हरियाणा में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव के पक्ष में आयोजित जनसभा को किया संबोधित।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा कर रहा नए कीर्तिमान स्थापित : मुख्यमंत्री।
हरियाणा की भूमि किसानों, जवानों, युवाओं की भूमि है।
कांग्रेस, जनता को ठगकर हरियाणा को कंगाल बनाना चाहती है।
पाकिस्तान से वार्ता करने वाले और पत्थरबाजों का साथ देने वाली कांग्रेस को, रेवाड़ी की वीर भूमि कभी वोट नही देगी।
हरियाणा – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को धारूहेड़ा, रेवाड़ी (हरियाणा) में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव के पक्ष में आयोजित ‘जनसभा’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रेवाड़ी क्षेत्र वीरों की भूमि है। यहां से हजारों लोग देश की सीमा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने जनता से भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव को विजय बनाकर हरियाणा में पुनः भाजपा सरकार बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा निश्चित ही इस क्षेत्र की जनता अपना आशीर्वाद भाजपा को देगी। उन्होंने जनता से आगामी 5 अक्टूबर को अधिक से अधिक भाजपा के पक्ष में मतदान करने और करवाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा में नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। सड़क, स्वास्थ्य, पेयजल, इंफ्रास्ट्रक्चर समेत हर क्षेत्र में हरियाणा आगे बढ़ा है। वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। रेवाड़ी क्षेत्र में भी वंदे भारत का ट्रायल चल रहा है। हरियाणा की डबल इंजन सरकार ने घर-घर गैस सिलेंडर पहुंचाया है, प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान प्रधानमंत्री ने इसी धरती से शुरू किया था। हरियाणा सरकार ने खेल के क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए 1000 खेल नर्सरी की शुरुवात की है। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों से हरियाणा में रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा राज्य में पूर्व की कांग्रेस सरकार में केवल 538 गांव में बिजली उपलब्ध थी, पर आज भाजपा सरकार द्वारा 58 हजार गांव में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। अब हरियाणा में 7 से बढ़कर 15 मेडीकल कॉलेज हैं। रेवाड़ी में 1650 करोड़ की लागत से एम्स का निर्माण हो रहा है। हरियाणा की भूमि किसानों, जवानों, युवाओं की भूमि है। पूर्व की सरकारों ने हरियाणा की जनता के साथ हमेशा राजनीति की है। कांग्रेस के समय में 8 फसलों पर एमएसपी मिलती थी, आज 14 फसलों पर एमएसपी दी जा रही है। आने वाले समय में ये बढ़कर 24 फसलों में दी जायेगी। कांग्रेस के प्रत्याशी दावा करते हैं कि हरियाणा में उनकी सरकार बनने पर सबसे पहले अपने परिवार वालों को नौकरी देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने हरियाणा को लूटने का काम किया गया। कांग्रेस के समय में 3D का राज चलता था, 3D मतलब दरबारी, दामाद और डीलर। बिना पैसों के सरकारी नौकरियां नही लगती थी। कांग्रेस के समय में हरियाणा में पर्ची और खर्ची सिस्टम चला था। बीते 10 सालों में भाजपा सरकार ने नौकरी योग्यता के आधार पर दी जाती है। अब हरियाणा में ट्रांसफर और पोस्टिंग के खेल को खत्म कर दिया गया है। कांग्रेस के लोग जनता को ठगकर हरियाणा को कंगाल बनाने का काम करना चाहते हैं। जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वहां की जनता त्रस्त है। कांग्रेस कभी घोटाले और भ्रष्टाचार नहीं छोड़ सकती।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर से धारा 370 समाप्त कर दी गई है। पाकिस्तान से वार्ता करने वाले , पत्थरबाजों का साथ देने वाली कांग्रेस को रेवाड़ी की वीर भूमि कभी वोट नही देगी। कांग्रेस देश के दुश्मनों का एजेंडा भारत में लागू करने की बात करती है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का मान सम्मान और स्वाभिमान बड़ा है। राहुल गांधी विदेश में जाकर देश का मजाक उड़ाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता का विधेयक पारित किया गया है। हरियाणा और उत्तराखंड इसलिए आगे बढ़ रहा है क्योंकि दोनों राज्यों में डबल इंजन की सरकार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने हरियाणा में विकास का घोषणा पत्र जारी किया है। हरियाणा में लाड़ो योजना के अंतर्गत 2100 रुपए महिलाओ को देने का प्रावधान है। आयुष्मान योजना में इलाज के खर्चे को 10 लाख तक बढ़ाने का प्रावधान किया गया है। अव्वल बालिका योजना के तहत प्रत्येक बालिका को स्कूटी प्रदान किए जाने का प्रावधान। किसानों को 3 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के दिए जाने का प्रावधान भी किया गया है। 24 फसलों के लिए एमएसपी को निर्धारित किए जाने का प्रावधान किया गया है।
इस दौरान भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. वंदना, विनय रौहेल, राजपाल यादव, रामनिवास प्रजापति एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
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पूर्व सीएम हरीश रावत ने बीजेपी को बताया ‘रावण का वंशज’, हरदा के बयान से उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल

Uttarakhand : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री Harish Rawat ने बीजेपी के लोगों को ‘रावण का वंशज’ बताया है। उनके इस बयान के बाद से उत्तराखंड में सियासी भूचाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी औ कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
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पूर्व सीएम Harish Rawat ने बीजेपी को बताया ‘रावण का वंशज’
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने मसूरी में भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए बीजेपी के लोगों को ‘रावण का वंशज’ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में प्रशासनिक फैसले अधिकारियों के विवेक से नहीं, बल्कि भाजपा के इशारे पर लिए जा रहे हैं। रावत ने भाजपा को पूंजीपतियों की पार्टी बताते हुए कहा कि उसने गरीबों, बेरोजगारों और आम जनता के हितों की अनदेखी की है।
BJP पर अहंकार और अलंकार की राजनीति करने का आरोप
हरदा ने भाजपा नेताओं को “रावण के भी रावण” बताते हुए उन पर अहंकार और अलंकार की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि जैसे आज युवा बेरोजगार है, वैसे ही भविष्य में जनता भाजपा को भी “बेरोजगार” बना देगी। उत्तराखंड को खोखला करने का आरोप लगाते हुए रावत ने कहा कि राज्य की जमीन, संसाधन और पर्यटन स्थल चहेतों और बाहरी लोगों को सौंपे जा रहे हैं, जिससे राज्य की आत्मा कमजोर की जा रही है।
योजना का नाम बदलकर उसकी आत्मा खत्म कर रही भाजपा
मनरेगा को लेकर भी पूर्व सीएम Harish Rawat ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा योजना का नाम बदलकर उसकी आत्मा खत्म कर रही है। उन्होंने मनरेगा को गरीबों के लिए “कानूनी क्रांति” बताया और कहा कि यह ग्राम विकास और सीधे रोजगार का मजबूत माध्यम था।
Harish Rawat ने ऐलान किया कि महात्मा गांधी के नाम को हटाने के प्रयासों के खिलाफ कांग्रेस देशव्यापी जन-जागरण अभियान चलाएगी और सत्ता में आने पर गांधीजी के नाम पर कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएंगी। राम और गांधी को अलग न किए जाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भगवान राम के सच्चे भक्त थे और भाजपा राम को पूंजीपतियों का प्रतीक बनाने की कोशिश कर रही है, जिसे कांग्रेस स्वीकार नहीं करेगी।
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मनरेगा का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस में आक्रोश, गणेश गोदियाल ने कह बड़ी बात

MNREGA का नाम बदले जाने को लेकर देशभर में कांग्रेस का विरोध देखने को मिल रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदले जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार जोर-जोर से ढोल पीट कर इस बात का प्रचार कर रही है कि भाजपा सरकार ने मनरेगा योजना का नाम बदल दिया है।
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MNREGA का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस में आक्रोश
गणेश गोदियाल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के इस बयान का कि कांग्रेस पार्टी इस नाम का विरोध कर रही है। उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि भाजपा केवल नाम बदलने का खेल, खेल रही है और गरीबों के लिए बनाई गई रोजगार गारंटी की योजना को भी धार्मिक चोला पहनाने का काम कर रही है।
मनरेगा जैसी दूसरी योजना लाती तो होता अच्छा – गोदियाल
गोदियाल ने कहा कि अच्छा होता अगर केंद्र की भाजपा सरकार नाम बदलने के स्थान पर गरीबों के लिए MNREGA जैसी दूसरी योजना लाती तो हम उसका स्वागत करते परन्तु भाजपा केवल पुरानी योजनाओं का नाम बदल कर अपने दायित्वों की इतिश्री कर रही है।
अपनी सरकार की 12 साल की उपलब्धियों के नाम पर उनके पास जनता को बताने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ऐतराज किसी नाम पर नहीं है परन्तु भाजपा सरकार जिस प्रकार केवल नाम बदलने का खतरनाक खेल खेल रही है उस पर कांग्रेस पार्टी को ऐतराज है।
MNREGA का नाम बदलना एक सोची-समझी साजिश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मनरेगा योजना देश के करोड़ों लोगों के रोजगार का कानूनी अधिकार है और भाजपा सरकार का यह निर्णय रोजगार के अधिकार कानून को कमजोर करने और भारत के सबसे जाने-माने कल्याणकारी कानून से महात्मा गांधी का नाम और उनके मूल्यों को मिटाने की एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि जिस योजना को भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कांग्रेस पार्टी की विफलताओं का स्मारक बता रहे हैं, उनकी केन्द्र सरकार उसी योजना का नाम बदल कर जी राम जी रख कर योजना का श्रेय भी लेना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक जीवन में सुचित आवश्यक है परन्तु राज्य के लिए यह शर्म की बात है कि जो योजना तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने गरीबों के लिए बनाई थी, उसी मनरेगा योजना का पैसा भाजपा के एक विधायक ने सालों तक डकारा है ये राज्य में भ्रष्टाचार की एक बानगी है। इस पर भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट को पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण देना चाहिए।
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देहरादून के दो भाजपा विधायकों में रार, पुल निर्माण को लेकर आमने-सामने आए काऊ और चमोली

DEHRADUN NEWS : देहरादून के दो भाजपा विधायकों में आपस में ठनती नजर आ रही हैं। रायपुर से विधायक उमेश काऊ और धर्मपुर से विधायक विनोद चमोली एक पुल के निर्माण पर आमने सामने हैं।
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देहरादून के दो भाजपा विधायकों में रार
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन विधायकों में अस्तित्व की लड़ाई को लेकर अभी से रस्साकशी शुरू हो गई है। खबर राजधानी देहरादून (DEHRADUN NEWS) से है जहां दो विधायकों में तनातनी देखने को मिल रही है। हैरानी की बात ये है कि विधायकों की लड़ाई सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच में नहीं बल्कि सत्ता पक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी के ही दो विधायकों के बीच में देखने को मिल रही है।
पुल निर्माण को लेकर आमने-सामने आए काऊ और चमोली
राजधानी देहरादून की दो पड़ोसी विधानसभा में रायपुर और धर्मपुर विधानसभा को जोड़ने वाले हरे पुल को लेकर दोनों विधायकों के बीच में ये तनातनी देखने को मिल रही है। दरअसल धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने अपनी विधानसभा धरमपुर के अंतर्गत आने वाले दीप नगर मोहल्ले से केदारपुरम मोहल्ला जो की रायपुर विधानसभा में पड़ता है उसे जोड़ने के लिए पुराने जीर्णशीर्ण हो चुके हरे पुल के निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास किया। दीपनगर मोहल्ले से केदारपुरम स्टेट हाईवे से जुड़ने वाले इस पुल का निर्माणकार्य रायपुर विधायक उमेश काऊ ने मौके पर जाकर रोक दिया इसके बाद ये मामला भड़क गया।

रायपुर विधायक के काम रूकवाने से हर कोई हैरान
स्थानीय पार्षद दिनेश प्रसाद सती का कहना है कि विधायक उमेश द्वारा रूकवाये गए पुल निर्माण के कदम को देखकर वो भी हैरान है और जिस तरह से रायपुर विधायक उमेश काऊ को विकास कार्यों के लिए जाना जाता है यहां बिल्कुल उसके विपरीत है। उन्होंने बताया कि धर्मपुर और रायपुर विधानसभा को जोड़ने के लिए ये ऐतिहासिक कार्य होने जा रहा था और लंबे समय से स्थानीय जनता की मांग इस हरे पुल को लेकर चली आ रही थी और पिछले तीन से चार महीना से दीपनगर से केदारपुरम को जोड़ने वाले इस हरे पुल के निर्माण का कार्य चल रहा था लेकिन कल जिस तरह से अचानक विधायक के द्वारा मौके पर आकर अपना उग्र रूप दिखाया गया और निर्माण कार्य रोका गया ये देख कर वो भी हैरान है।
पार्षद सती ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता है कि बिना विधायक के संज्ञान के ये निर्माण कार्य हो रहा हो लेकिन कल अचानक से उनके द्वारा निर्माण कार्य रुकवाया गया। जबकि उन्हें इस निर्माण की पूरी जानकारी पहले ही दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस पुल की जरूरत इस इलाके में बहुत ज्यादा है और जिस तरह से लगातार भीड़ और ट्रैफिक बढ़ रही है यह पुल निश्चित तौर से लोगों के लिए राहत देने वाला है।

रायपुर विधायक हैं इस निर्माण कार्य के खिलाफ – विनोद चमोली
धर्मपुर विधायक विनोद चमोली का इस मामले पर कहना है कि उन्हें नहीं लगता है कि पड़ोसी विधानसभा रायपुर के विधायक उमेश काऊ इस पुल निर्माण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर से विधायक के कुछ संदेह रहे होंगे जिस पर उन्हें जानकारी नहीं होगी यही वजह है कि उनके द्वारा अपनी कोई बात रखी गई है और निश्चित तौर से उनकी जो बात है या फिर उनका जो संदेह है उसका समाधान कर दिया जाएगा वो हमारे अपने विधायक हैं। उन्होंने कहा कि विधायक उमेश को क्या संदेह है ये वही स्पष्ट तौर पर बता सकते हैं
विकास के लिए नहीं होने देंगे विनाश – उमेश शर्मा काऊ
दीपनगर हरे पुल का काम रुकवाने वाले रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ से जब हमारी टीम ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस पर बोलने से इंकार कर दिया। जबकि फोन पर उन्होंने कहा कि वो विकास के लिए विनाश नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि ये पुल 2013-14 में रायपुर विधानसभा के लिए स्वीकृत हुआ था और उसमें इसका बजट एक करोड़ 90 लाख था लेकिन आज इस पुल का निर्माण 3.5 तीन करोड रुपए खर्च करके किया जा रहा है।

12 फुट का रास्ते में इतना बड़ा पुल बनाने की क्या जरूरत ?
रायपुर विधायक का कहना है कि दीपनगर से इसे केदारपुरम उनकी विधानसभा से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है तो क्या उन्हें नहीं पूछा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी जेब से 10 लख रुपए खर्च करके पहले का पुल बनवाया था और निर्माण एजेंसी द्वारा उस लोहे को पुल को उठा ले गए बिना उनकी संस्तुति के।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी द्वारा सारा गंदा पानी मंदिर में छोड़ा गया है, उन्होंने कहा कि PWD द्वारा बनाए गए पुश्तों की वजह से बहुत नुकसान हो गया हैं। इसके अलावा पुल से आगे 12 फुट का रास्ता है और इतना बड़ा पुल बनाने की क्या जरूरत है। देहरादून के दो विधायकों की इस खबर (DEHRADUN NEWS) से राजनितिक गलियारों में चर्चाओं के बाजार गर्म हैं।
3.50 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है पुल
पुल को बना रही कार्यदाई एजेंसी देहरादून निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता नीरज त्रिपाठी ने बताया कि दीपनगर से धर्मपुर विधानसभा से केदारपुरम रायपुर विधानसभा को जोड़ने वाले ये एक डेढ़ लेन का हरा मोटर पुल का निर्माण किया जा रहा हैं। जिसकी लागत 355.64 लाख यानी करीबन 3.50 करोड़ है। इसके अलावा उन्होंने पूर्व में यहां पर बने लोहे के हरे रंग के पुल के बारे में कुछ भी जानकारी न होने की बात कही।
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