Pauri
85 वर्ष आयु वर्ग व दिव्यांगजनों के लिए घर-घर मतदान की प्रक्रिया 6 अप्रैल से होगी शुरू, बैलेट पेपर से करेंगे मतदान।

पौड़ी – लोकसभा सामान्य निर्वाचन में दिव्यांग व 85 प्लस आयु वर्ग के मतदाताओं को घर-घर मतदान करवाने के लिए प्रेक्षागृह पौड़ी में गठित मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ। उन्होंने मतदान अधिकारियों से सवाल-जवाब किये और उनका मनोबल बढ़ाते हुए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने के निर्देश भी दिये।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर-घर जाकर मतदान कराने की प्रक्रिया 6 से 8 अप्रैल के बीच चलेगी। उन्होंने कहा कि 85 वर्ष से ऊपर व दिव्यांग मतदाताओं द्वारा बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान किया जायेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पूर्व में बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं से घर-घर मतदान हेतु फॉर्म 12-डी के तहत 1711 मतदाता शामिल हैं। बैलेट पेपर मतदान कराने के लिए 146 टीमें गठित की गई हैं, जिनमें 440 कार्मिकों की तैनाती की गई है। जनपद में 85 वर्ष आयु वर्ग के 1396 व 315 दिव्यांग मतदाता बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान अधिकारियों को कहा कि जिन बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं द्वारा पूर्व में घर-घर मतदान प्रक्रिया के लिए फॉर्म 12-डी भरा था, लेकिन वह बैलेट पेपर से मतदान नहीं करते हैं तो उनसे घोषणा पत्र प्रस्तुत करें। इसके बाद इसी विषय को लेकर राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की एक बैठक जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को अवगत कराया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जनपद में स्थित समस्त दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को घर-घर मतदान करवाया जाना है। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों से भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि जो मतदाता मतदान से वंछित रह जाते हैं, उन्हें 10 अप्रैल को घर-घर जाकर बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान करवाया जायेगा। जिलाधिकारी ने सभी एआरओ को निर्देश दिये कि भारत निर्वाचन आयोग व मुख्य निर्वाचन अधिकारी देहरादून से जो भी दिशा-निर्देश या सूचनाएं प्राप्त होती है उसे पूरी पारदर्शिता व निरंतरता के साथ राजनैतिक दलों से साझा करते रहें।
बैठक में उप निर्वाचन अधिकारी ईला गिरी, संयुक्त मजिस्ट्रेट अनामिका, उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान व सोहन सिंह सैनी, सहायक निर्वाचन अधिकारी शांति लाल शाह व राजनैतिक दलों से राजेंद्र सिंह राणा, त्रिलोक सिंह रावत, देवानंद नौटियाल सहित अन्य मौजूद थे।
Pauri
पौड़ी में आदमखोर गुलदार को किया गया ढेर, शिकारी जॉय हुकील के हाथ लगी कामयाबी

Joy Hukill ने पौड़ी गढ़वाल में आतंक का पर्याय बन गए आदमखोर को मार गिराया है। जिले में बीते कुछ दिनों से गुलदार के आतंक के कारण लोगों को घर से बाहर निकलने में भी डर लग रही थी। गुलदार के आतंक के कारण चार शिकारियों को आदमखोर को मारने के लिए तैनात किया गया था। जिसमें से मशहूर शिकारी जॉय हुकील के हाथ कामयाबी लगी है।
पौड़ी में आदमखोर गुलदार को Joy Hukill ने किया ढेर
पौड़ी गढ़वाल जिले के गजेल्ड (गजल्ड) गांव में पिछले कुछ समय से आतंक मचा रहे नर-भक्षी गुलदार को आखिरकार ढेर कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के त्वरित, स्पष्ट और सख्त निर्देशों के बाद वन विभाग ने विशेष शिकारियों की टीम तैनात की थी। लगातार निगरानी, ट्रैकिंग और सघन अभियान के बाद टीम ने गुलदार को सफलतापूर्वक मार गिराया। कई लोगों को अपना शिकार बनाने वाले आदमखोर को मशहूर शिकारी Joy Hukill ने मार गिराया है।

सीएम धामी ने जल्द से जल्द मारने के दिए थे निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए थे कि ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आदमखोर को जल्द से जल्द मार गिराने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में वन विभाग, स्थानीय प्रशासन और शिकार विशेषज्ञों ने समन्वित प्रयास करते हुए ये कार्रवाई पूरी की। जिसमें Joy Hukill ने आदमखोर को मारने में कामयाबी हासिल की है।
सरकार ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित क्षेत्र में सतर्कता और गश्त बढ़ाई जाएगी। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा और जीवन की रक्षा के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
Uttarakhand
गोवा अग्निकांड मे पौड़ी के सपूत की दर्दनाक मौत : 8 महीने की बच्ची के सिर से उठा पिता का साया…

Goa Fire Accident में Pauri जिले के सुमित नेगी का निधन
पौड़ी गढ़वाल जिले के पाबौ ब्लॉक के छानी गांव के लिए बीते रविवार की शाम कभी न भूलने वाला दुख लेकर आई. Goa Fire Accident में छानी गांव निवासी 31 वर्षीय सुमित नेगी पुत्र गजेन्द्र सिंह नेगी की मौत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. घर-घर मातम पसरा है और हर आंख नम है.
गांव तक पहुंची दर्दनाक खबर, सदमे में परिजन
जिला पंचायत सदस्य कलूंण क्षेत्र के भरत रावत ने बताया कि रविवार देर शाम सुमित की मौत की पुष्टि हुई. खबर मिलते ही परिजनों की चिंता और बढ़ गई कि इतनी दूर गोवा से पार्थिव शरीर गांव कैसे लाया जाएगा. परिवार ने प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए रखा और कई स्तरों पर प्रयास किए.
सरकार और प्रशासन की पहल के बाद सुमित का शव गोवा से दिल्ली हवाई सेवा के माध्यम से लाया गया, जहां से एम्बुलेंस द्वारा हरिद्वार पहुंचाया गया. इस प्रक्रिया ने परिवार को थोड़ी राहत दी, हालांकि दर्द और गम अब भी गहरा है. सुमित का अंतिम संस्कार पूरे विधि-विधान से हरिद्वार में कर दिया गया है.
नाइट क्लब में लगी आग ने छीनी कई जिंदगियां
यह Goa Fire Accident एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग के कारण हुआ, जिसने कई परिवारों की खुशियां पल भर में उजाड़ दीं. हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई, जिनमें उत्तराखंड के पांच युवक शामिल थे.
मृतकों की पहचान
- सुमित नेगी (Pauri, Uttarakhand)
- जितेंद्र सिंह
- मनीष सिंह
- सतीश सिंह
- सुरेंद्र सिंह
ये सभी नाइट क्लब में कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे. इसके अलावा दिल्ली निवासी विनोद कबड़वाल, कमला कबड़वाल, अनीता जोशी और सरोज जोशी की भी इस हादसे में मौत हो गई. वे गोवा घूमने गए थे.
तीन महीने से गोवा में काम कर रहे थे सुमित
पौड़ी जनपद (Pauri district) के पाबौ ब्लॉक निवासी सुमित नेगी बीते तीन महीनों से गोवा में होटल और नाइट क्लब में काम कर रहे थे. परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी. अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि जब पहली बार हादसे की खबर आई तो किसी को यकीन नहीं हुआ. जैसे-जैसे सूचना पुख्ता होती गई, पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया.
आठ महीने की मासूम बेटी के सिर से उठा पिता का साया
सुमित नेगी अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और मात्र आठ महीने की मासूम बेटी को छोड़ गए हैं. इतनी छोटी उम्र में बच्ची के सिर से पिता का साया उठ जाना हर किसी को भीतर तक झकझोर रहा है.
सुमित तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. उनकी दोनों बड़ी बहनों का विवाह हो चुका है. बेटे की असमय मौत से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव के लोग परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं, लेकिन दर्द इतना गहरा है कि शब्द कम पड़ रहे हैं.
Pauri से लेकर पूरे उत्तराखंड में शोक
Goa Fire Accident में उत्तराखंड के युवकों की मौत की खबर फैलते ही पौड़ी गढ़वाल ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में शोक का माहौल है. स्थानीय लोग हादसे की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं.
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि पर्यटक स्थलों और नाइट क्लबों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है. पौड़ी के सपूत सुमित नेगी की मौत ने पूरे Pauri जिले को गहरे दुख में डुबो दिया है, जिसे शायद समय भी पूरी तरह नहीं भर पाएगा.
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
❓ गोवा अग्निकांड (Goa Fire Accident) में सुमित नेगी की मौत कैसे हुई?
गोवा के एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग के दौरान पाबौ ब्लॉक, पौड़ी गढ़वाल निवासी सुमित नेगी की दम घुटने और झुलसने से मौत हो गई.
❓ सुमित नेगी कहां के रहने वाले थे?
सुमित नेगी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पाबौ ब्लॉक स्थित छानी गांव के निवासी थे.
❓ सुमित नेगी गोवा में क्या काम करते थे?
सुमित नेगी गोवा के एक होटल और नाइट क्लब में कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे और पिछले तीन महीनों से वहीं काम कर रहे थे.
❓ गोवा अग्निकांड में कुल कितने लोगों की मौत हुई?
इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई, जिनमें उत्तराखंड के 5 युवक शामिल हैं.
❓ सुमित नेगी अपने परिवार में किसे छोड़ गए हैं?
सुमित नेगी अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और आठ महीने की मासूम बच्ची को छोड़ गए हैं.
❓ सुमित नेगी का अंतिम संस्कार कहां किया गया?
सुमित नेगी का अंतिम संस्कार हरिद्वार में पूरे विधि-विधान के साथ किया गया.
❓ गोवा अग्निकांड को लेकर प्रशासन ने क्या कार्रवाई की?
हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं और नाइट क्लब में सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है.
❓ पौड़ी (Pauri) जिले में इस घटना का क्या असर पड़ा?
घटना की खबर मिलते ही पूरे पाबौ ब्लॉक और आसपास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई और लोग गहरे सदमे में हैं.
Pauri
पौड़ी में आदमखोर गुलदार अब तक नहीं हुआ ढेर, दो और शिकारियों को किया गया तैनात

पौड़ी गढ़वाल जिले में बीते कुछ समय से गुलदार का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोगों का अपने रोजमर्रा के काम करना भी मुश्किल हो गया है। बीते दिनों एक शख्स को निवाला बनाने के बाद गुदला को आदमखोर घोषित कर मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
आदमखोर गुलदार को मारने के हैं आदेश
पौड़ी में गुलदार के आतंक के कारण बच्चे स्कूल जाने से डर रहे हैं लोग रात ही नहीं दिन भी अपने घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। चार दिन पहले एक शख्स को गुलदार द्वारा निवाला बनाने के बाद से ही गुलदार पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
लेकिन अब तक वन विभाग के हाथ कामयाबी नहीं लग पाई है। जिसके बाद इसे आदमखोर घोषित कर मारने के लिए दो शिकारी तैनात किए गए थे। दो दिन बीत जाने के बाद अब और शिकारी तैनात किए गए हैं।
गुलदार को मारने के लिए 2 और शिकारी तैनात
वन विभाग के सभी प्रयास विफल होने के बाद इसे मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। लेकिन अभी भी वन विभाग के हाथ खाली हैं। जिसके बाद सोमवार को पूर्व से तैनात दो शूटरों की मदद के लिए अब दो क्षेत्रीय शिकारियों को भी तैनात कर दिया गया है।

Uttarakhand18 hours agoहरीश रावत ने रिवर्स पलायन को लेकर सरकार पर कसा तंज, कहा कि सरकार केवल सपने दिखा रही है
Uttarakhand21 hours agoसड़क पर स्टंट करना युवक को पड़ा महंगा, पुलिस ने थार समेत गिरफ्तार किया
big news17 hours agoहल्द्वानी में करोड़ों की ज्वेलरी चोरी, 40 दिनों तक रेकी करने के बाद दिया घटना को अंजाम
Uttarakhand21 hours agoबजरी खनन के दौरान पहाड़ी दरकने से युवक की मौत, कड़ी मशक्कत के बाद शव को निकाला गया
Crime20 hours agoरिटायर्ड अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर लाखों की ठगी, आरोपी जयपुर से गिरफ्तार
Breakingnews19 hours agoहरिद्वार में क्रिसमस प्रोग्राम को लेकर कंट्रोवर्सी, भारी विरोध के बाद आयोजकों ने रद्द किया कार्यक्रम
Breakingnews13 minutes agoपौड़ी में गहरी खाई में गिरा वाहन, एक की मौके पर ही मौत, SDRF ने बरामद किया शव



































