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डाक विभाग और पेंशन भोगी कल्याण विभाग का समझौता, पेंशनधारी अब घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे जीवन प्रमाण पत्र…

उत्तराखंड : डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने पेंशन भोगियों के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत अब पेंशनधारी घर बैठे एक क्लिक पर अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इस अभियान का उद्देश्य पेंशनधारियों के लिए प्रक्रिया को और भी सरल और सुविधाजनक बनाना है, खासकर वृद्ध पेंशनधारियों के लिए जो शारीरिक रूप से कार्यालय नहीं जा सकते।
कैसे मिलेगा डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र?
इस डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए पेंशनभोगियों को किसी भी प्रकार के सरकारी दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने पेंशन भोगी कल्याण विभाग के साथ मिलकर इस सुविधा को लागू किया है। पेंशनधारी अब अपनी जीवन प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के लिए पोस्ट इन्फो ऐप का उपयोग कर सकते हैं। इसके जरिए वे घर बैठे डोर स्टेप सेवा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया और लाभ
इस प्रक्रिया में बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का इस्तेमाल किया जाएगा, जो पेंशनधारियों की पहचान को सुनिश्चित करेगा। इस सुविधा का लाभ पेंशनभोगियों को उठाने के लिए उन्हें अपने नजदीकी डाकघर या डाकघर के डाकिया से संपर्क करना होगा। डाकिया पेंशनधारी के घर जाकर उनका डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र तैयार करेंगे। इस प्रक्रिया से पेंशनधारी को पेंशन वितरण एजेंसी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे उनका समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
विशेष रूप से वृद्ध पेंशनधारियों के लिए राहत
इस सेवा का विशेष लाभ वृद्ध पेंशनधारियों को मिलेगा, जिन्हें शारीरिक रूप से कहीं भी जाने में कठिनाई होती है। डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की प्रक्रिया बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण आधारित होने के कारण पेंशनधारियों के लिए यह न केवल सरल बल्कि सुरक्षित भी होगा।
फैसिलिटी का लाभ लेने के लिए इन स्टेप्स का पालन करें
- पोस्ट इन्फो एप डाउनलोड करें
- घर बैठे डोर स्टेप सेवा के लिए आवेदन करें
- नजदीकी डाकघर या डाकिया से संपर्क करें
- बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से जीवन प्रमाण पत्र बनवाएं
इस अभियान के तहत पेंशनधारी आसानी से अपने जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं और पेंशन की प्रक्रिया को और भी आसान बना सकते हैं।
Breakingnews
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी की शुरुआत, नासा-स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन ने किया आईएसएस पर सफल डॉकिंग…

वॉशिंगटन – 15 मार्च को लॉन्च हुए नासा-स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन ने 16 मार्च को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर डॉकिंग की, जिससे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की घर वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले नौ महीनों से आईएसएस पर फंसे हुए थे। मिशन का उद्देश्य इन अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से वापस पृथ्वी पर लाना था।
क्रू-10 टीम में नासा के ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान के अंतरिक्ष एजेंसी जेएक्सए के ताकुया ओनिशी और रूस के अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के किरिल पेस्कोव शामिल हैं। यह टीम नासा के नियमित रोटेशन शेड्यूल का हिस्सा बनकर आईएसएस पर अनुसंधान और तकनीकी कार्यों को आगे बढ़ाएगी।
स्पेसएक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान, जो खुद से डॉकिंग करने में सक्षम है, ने आईएसएस के हार्मनी मॉड्यूल के आगे वाले पोर्ट से जुड़ाव किया। हालांकि यह यान स्वतंत्र रूप से डॉक कर सकता है, लेकिन दोनों टीमों ने इसकी निगरानी की, ताकि डॉकिंग प्रक्रिया बिना किसी परेशानी के पूरी हो।
रिपोर्ट के मुताबिक, 11:12 पूर्वाह्न IST के आसपास हैच खुलने की संभावना है, जिसके बाद क्रू-10 टीम आईएसएस के एक्सपीडिशन 72 मिशन का हिस्सा बन जाएगी। वर्तमान में आईएसएस पर नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और डॉन पेटिट, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ-साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव, एलेक्सी ओविचिन और इवान वैगनर मौजूद हैं।
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Delhi
Hotstar और Jio का नया OTT प्लेटफॉर्म Jiohotstar लॉन्च , जानें सब्सक्रिप्शन रेट….

दिल्ली : मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और वॉल्ट डिजनी कंपनी के स्वामित्व वाले संयुक्त उद्यम, Jiohotstar ने भारत का सबसे बड़ा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ‘Jiohotstar’ लॉन्च किया है। यह नया प्लेटफॉर्म Jiocinema और Disney+ Hotstar के कंटेंट को एक साथ जोड़कर तैयार किया गया है, जिससे इसे भारत की सबसे बड़ी स्ट्रीमिंग सेवा माना जा रहा है। Jiohotstar के पास 50 करोड़ से अधिक कंबाइंड यूजर और 3 लाख घंटे से ज्यादा कंटेंट उपलब्ध है।
क्या है Jiohotstar का सब्सक्रिप्शन प्लान?
Jiohotstar ने अपने सब्सक्रिप्शन प्लान्स को तीन प्रकारों में विभाजित किया है:
- बेसिक प्लान – ₹149 (तीन महीने) या ₹499 (एक साल)
यह मोबाइल (विज्ञापन समर्थित प्लान) के लिए है, जिसमें यूजर को केवल एक मोबाइल डिवाइस पर कंटेंट देखने की अनुमति मिलेगी। - सुपर प्लान – ₹299 (तीन महीने) या ₹899 (एक साल)
यह प्लान एक बार में दो डिवाइस पर कंटेंट देखने की अनुमति देता है और मोबाइल, वेब, और लिविंग रूम डिवाइस पर सभी सामग्री तक पहुंच प्रदान करता है। - प्रीमियम प्लान – ₹299 (एक महीना) या ₹499 (तीन महीने) या ₹1,499 (एक साल)
यह एड-फ्री प्लान है, जो केवल वेब ब्राउज़र के माध्यम से खरीदा जा सकता है।
Jiohotstar: भारत की सबसे बड़ी OTT सेवा!
Jiohotstar के साथ रिलायंस ने ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए अपनी ताकत बढ़ा दी है। इसकी विशेषताओं में विज्ञापन-मुक्त अनुभव और मल्टी-डिवाइस सपोर्ट शामिल हैं, जो यूजर्स को विभिन्न डिवाइसों पर बेहतरीन स्ट्रीमिंग अनुभव प्रदान करेगा।
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Delhi
बड़ी खबर: दो दर्जन देशों के यूजर्स के WhatsApp अकाउंट हुए हैक, मेटा ने दी जानकारी !

नई दिल्ली: Meta Platforms की लोकप्रिय मैसेजिंग सेवा WhatsApp ने इस्रायली स्पायवेयर कंपनी Paragon Solutions द्वारा किए गए साइबर हमले के बाद कंपनी को एक ‘सीज़ एंड डेसिस्ट’ नोटिस भेजा है। शुक्रवार को WhatsApp के एक अधिकारी ने बताया कि Paragon Solutions ने कई पत्रकारों और नागरिक समाज के सदस्यों सहित दर्जनों उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाया।
‘जीरो-क्लिक’ हमले से खतरा
WhatsApp ने कहा कि लगभग 90 उपयोगकर्ताओं को हैक करने की कोशिश की गई, जिनमें 24 से अधिक देशों से लोग शामिल थे, जिनमें यूरोप के कई नागरिक भी थे। यह हमला ‘जीरो-क्लिक’ प्रकार का था, जिसका मतलब था कि उपयोगकर्ताओं को किसी संदिग्ध दस्तावेज़ को खोलने की आवश्यकता नहीं थी, और फिर भी उनके उपकरणों को संक्रमित किया जा सकता था। इस प्रकार के हमले को विशेष रूप से खतरनाक माना जाता है।
WhatsApp ने साइबर हमले को किया विफल
WhatsApp ने इस साइबर हमले को समय रहते विफल कर दिया और प्रभावित उपयोगकर्ताओं को कनाडाई इंटरनेट निगरानी समूह Citizen Lab के पास भेजा है। हालांकि, कंपनी ने यह नहीं बताया कि उसने Paragon को हमले के लिए जिम्मेदार कैसे पाया।
स्पायवेयर कंपनियों का बढ़ता प्रभाव
Citizen Lab के शोधकर्ता जॉन स्कॉट-रेलटन ने कहा कि यह हमला दिखाता है कि “किराए के स्पायवेयर का प्रसार लगातार बढ़ रहा है और इसके दुरुपयोग के परिचित पैटर्न भी सामने आ रहे हैं।” Paragon Solutions और अन्य स्पायवेयर कंपनियां सरकारी ग्राहकों को उच्च-स्तरीय निगरानी सॉफ्टवेयर बेचती हैं, जिनका इस्तेमाल अपराध से लड़ने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए किया जाता है। हालांकि, इन टूल्स का इस्तेमाल पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं पर भी किया जा चुका है, जिससे इस तकनीक के अनियंत्रित प्रसार के बारे में चिंता जताई जा रही है।
Paragon Solutions की भूमिका
Paragon Solutions ने हाल ही में खुद को उद्योग में अधिक जिम्मेदार कंपनियों में से एक के रूप में प्रस्तुत किया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Paragon केवल स्थिर लोकतांत्रिक देशों की सरकारों को अपने उत्पाद बेचता है।
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