Rudraprayag
सोनप्रयाग में श्रद्धालुओं की लगी भीड़, पुलिस लाइन में खड़ा कर भेज रही आगे।

रुद्रप्रयाग – सोनप्रयाग पहुंच चुके श्रद्धालुओं को पुलिस कतार में खड़ा कर आगे भेज रही है। इस दौरान पुलिस श्रद्धालुओं से उनका हालचाल पूछकर उनका हौसला भी बढ़ा रही है। केदारनाथ धाम जाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन के सामने यात्रा प्रबंधन चुनौती बना है।

बदरीनाथ व केदारनाथ यात्रा में बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने से यातायात व्यवस्था चरमराने लगी है। ऋषिकेश से चलने वाले वाहनों को पुलिस को मजबूरन रोकना पड़ रहा है। देवप्रयाग में सोमवार रात को दोनों ओर करीब चार घंटे तक वाहन रोके गए।
थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत के बताया कि श्रीनगर व रुद्रप्रयाग आदि स्थानों में बड़ी संख्या में यात्री वाहनों के पहुंचने से बनी जाम की स्थिति के कारण देवप्रयाग व तीन धारा में वाहनों को रोकना पड़ा। यहां करीब चार घंटे तक आवाजाही रोके जाने से दो से तीन किमी तक वाहनों की कतार लग गई। रात करीब 9.30 बजे पुलिस ने वाहनों को गंतव्यों की ओर रवाना किया।
श्रीनगर: एनआईटी व फरासू में शाम चार बजे से रोके गए वाहन
बदरीनाथ व केदारनाथ जाने वाले यात्री वाहनों को मंगलवार को भी एनआईटी श्रीनगर व फरासू में राजमार्ग पर रोका गया। पुलिस द्वारा फरासू में सुबह से ही कुछ समय के लिए वाहनों को रोका जाना शुरू कर दिया गया था। एनआईटी मैदान में शाम चार बजे से वाहनों को रोका गया। डीएम डाॅ. आशीष चौहान ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को भोजन और पानी की व्यवस्था भी की जा रही है।
जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया कि सोमवार को एनआईटी, पॉलीटेक्निक सहित अन्य स्थलों पर विश्राम कर रहे लगभग 300 से ज्यादा यात्रियों को भोजन व पानी की व्यवस्था की गई। कोतवाली निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली ने कहा कि फरासू में पूरे दिन कुछ-कुछ समय के लिए वाहन रोके जा रहे हैं। एनआईटी में शाम चार बजे से वाहन रोके गए। राजमार्ग पर यातायात सामान्य होने पर वाहन छोड़ दिए जाएंगे।
रुद्रप्रयाग: प्रशासन ने जाम में फंसे यात्रियों को बांटे खाने के पैकेट
गौरीकुंड हाईवे पर विभिन्न पड़ावों पर लगे जाम में फंसे श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन की ओर से 4500 फूड पैकेट व पानी की बोतलें वितरित की गईं। भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे है। जिसके चलते रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर विभिन्न स्थानों पर घंटों जाम लग रहा है।
मंगलवार को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे स्थित स्यालसौड, काकड़ागाड, दगडिया बैंड, रामपुर, शेरशी, जामू आदि स्थानों पर जाम लगा रहा है। इस दौरान जाम में फंसे श्रद्धालुों को प्रशासन की टीम ने करीब 4500 फूड पैकेट व पानी की बोतलें वितरित की।
उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल ने बताया कि चंद्रापुरी में रोड कटिंग के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हुआ था जिसे खोल दिया गया है।
Rudraprayag
रूद्रप्रयाग में आपदा प्रभावितों से मिले सीएम धामी, प्रभावितों के साथ खाना खाया

सीएम धामी आज लोकपर्व इगास (बूढ़ी दिवाली) के पावन अवसर पर रुद्रप्रयाग पहुंचे। जहां उन्होंने आपदा प्रभावित परिवारों से भेंट की और उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान माताओं-बहनों से मिलकर उन्हें फल और उपहार भेंट किए। साथ ही उनके साथ बैठकर भोजन भी किया।
रूद्रप्रयाग में आपदा प्रभावितों से मिले सीएम धामी
सीएम धामी ने आपदा प्रभावितों से मिलकर कहा कि ये क्षण मेरे जीवन के अत्यंत भावुक और हृदय को द्रवित करने वाले रहे। एक पुत्र की भांति माताओं से मिले आशीर्वाद और बहनों के अटूट विश्वास से भरी उम्मीदों ने देवभूमि उत्तराखंड के सर्वस्पर्शी और सर्वांगीण विकास हेतु आजीवन समर्पित रहने के लिए नई ऊर्ज़ा से भर दिया।
आपदा प्रभावितों के साथ किया भोजन
सीएम धामी ने आपदा प्रभावितों से कहा कि “मैं सभी माताओं-बहनों को विश्वास दिलाता हूँ कि आपका दु:ख मेरा अपना दु:ख है और आपके जीवन में मुस्कान लाना ही मेरे जीवन का सबसे बड़ा ध्येय है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य की सेवा करते हुए जो स्नेह, विश्वास और अपनापन आप सबके बीच से मिलता है, वही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है, वही शक्ति है जो हर पल उत्तराखंड और जन-जन की सेवा के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देती है।
Rudraprayag
उत्तराखंड: ऊखीमठ में आज से शुरू होगी बाबा केदार की शीतकालीन पूजा

रुद्रप्रयाग: स्थानीय वाद्य यंत्रों की सुरमई धुनों, आर्मी बैंड की तालों और हजारों भक्तों की गूंजती जयकारों के बीच बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शुक्रवार देर सायं अपने द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी पहुंची। बाबा केदार की डोली के आगमन पर गुप्तकाशी में श्रद्धा और उल्लास का माहौल छा गया। श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा और भक्ति गीतों के साथ डोली का भव्य स्वागत किया।
बाबा केदार की यह दिव्य डोली भैया दूज के पावन पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ की ओर रवाना हुई थी। पहले दिन डोली का रात्रि प्रवास रामपुर में हुआ…जहां शुक्रवार प्रातः विशेष पूजा-अर्चना और आरती के साथ डोली ने आगे का सफर शुरू किया। यात्रा मार्ग में फाटा, ब्यूंग, नारायणकोटी सहित कई पड़ावों पर भक्तों ने बाबा की आरती उतारी और आशीर्वाद लिया।
गुप्तकाशी पहुंचने पर डोली का स्वागत पुष्प वर्षा, ढोल-दमाऊं और शंखनाद के साथ किया गया। विश्वनाथ मंदिर परिसर में बाबा की डोली की अगवानी के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। गुप्तकाशी की गलियाँ जय बाबा केदार! हर-हर महादेव! के नारों से गूंज उठीं। आज सुबह डोली अपने अंतिम पड़ाव ऊखीमठ के लिए रवाना होगी…जहां ओंकारेश्वर मंदिर में बाबा केदार की भोग मूर्ति विराजमान की जाएगी।
ऊखीमठ पहुंचने के बाद अगले छह माह तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना यहीं की जाएगी। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु अब शीतकाल के दौरान ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में दर्शन कर सकेंगे। यह मंदिर न केवल केदारनाथ धाम का शीतकालीन गद्दीस्थल है, बल्कि इसे पंचकेदारों के संयुक्त दर्शन स्थल के रूप में भी जाना जाता है।
शीतकालीन यात्रा के चलते ऊखीमठ और आसपास के क्षेत्रों में धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिल रहा है। ओंकारेश्वर मंदिर के पास स्थित प्रसिद्ध स्थल चोपता और चंद्रशिला ट्रेक के कारण श्रद्धालु और पर्यटक दोनों बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल बाबा केदार के दर्शन करते हैं, बल्कि रुद्रप्रयाग जनपद के अन्य मठ-मंदिरों और प्राकृतिक स्थलों का भी आनंद लेते हैं।
मान्यता है कि जो भक्त पंचकेदारों के दर्शन नहीं कर पाते वे ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में एक साथ सभी के दर्शन कर सकते हैं। इसी आस्था के कारण शीतकाल के दौरान यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से सराबोर रहता है। भक्तों की आस्था, भक्ति और उत्साह से केदारघाटी इन दिनों पूरी तरह केदारमय हो गई है। हर तरफ सिर्फ एक ही स्वर गूंज रहा है।
Kedarnath
केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट हुए बंद, अब शीतकालीन गद्दीस्थल पर होंगे दर्शन

केदारनाथ धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। भैया दूज के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चारण और परंपरागत विधि-विधान के साथ केदारनाथ के कपाट बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही मां यमुना के धाम यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद
भैया दूज के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शुभ मुहूर्त में बाबा केदार के धाम केदारनाथ के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। सुबह 8:30 बजे बाबा की पंचमुखी डोली जैसे ही मंदिर से बाहर निकली तो पूरी केदारपुरी “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान सीएम धामी के साथ ही हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने।
शुभ मुहूर्त में यमुनोत्री धाम के कपाट हुए बंद
आज भाईदूज के पावन पर्व पर मां यमुना के धाम यमुनोत्री धाम के कपाट छह महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं। धाम के कपाट बंद होने के बाद मां यमुना की डोली खरसाली गांव के लिए रवाना हो गई है। शीतकाल में अगले छह महीने मां यमुना खरसाली गांव में दर्शन देंगी।
Accident2 years agoसिल्क्यारा टनल हादसा: सीएम धामी ने की प्रेसवार्ता दी रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी।
Breakingnews2 years agoदेहरादून पहुँचे बीजेपी के राष्टीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, सीएम धामी ने किया स्वागत।
Uttar Pradesh5 years agoउत्तर प्रदेश बोर्ड : 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 05 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं छात्र….
Haryana2 years agoनायब सिंह सैनी को बनाया गया हरियाणा का नया सीएम, सैनी ने पीएम मोदी का जताया आभार…पूर्व सीएम के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा हुई तेज।
Breakingnews3 years agoबरातियों से भरी मैक्स सड़क से 70 मीटर नीचे खेतों जा गिरी, 2 की मौत 10 घायल।
Crime2 years agoपूर्व विधायक किन्नर महिला के ग्रुप की ऑटो चालक ने की बीच सड़क पर पिटाई, वीडियो वायरल।
Breakingnews5 years ago23 जनवरी को पीएम मोदी जाएंगे कोलकाता , ‘पराक्रम दिवस’ समारोह को करेंगे संबोधित…..
Breakingnews5 years agoराज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को दी मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं…..


















































